यूपी के आजमगढ़ जिले के शुंभी गांव से आने वाली डॉ. प्रियंका मौर्या पेशे से एक होम्योपैथिक डॉक्टर हैं. प्रियंका बचपन से ही पढ़ाई को लेकर काफी सजग थी. इनकी शुरुआती शिक्षा- दीक्षा आजमगढ़ में ही शुरू हुई. इसके बाद प्रियंका का रुझान मेडिकल की तरफ हो गया. फिर उन्होंने मेडिकल की तैयारी शुरु की. इस क्षेत्र में उन्हें सफलता भी मिली और उन्होंने स्वयं को होम्योपैथिक डॉक्टर के रूप में स्थापित भी किया.
कांग्रेस की पोस्टर गर्ल रही डॉ. प्रियंका मौर्या बताती हैं कि लोगों की सेवा के लिए उन्होंने राजनीति में आना तय किया. जब लोग उनके पास मदद के लिए आने लगे तो उनकी मदद के लिए उन्हें प्रशासनिक पॉवर की जरुरत लगी. महिलाओं के सशक्तीकरण को लेकर शुरुआत से वह उत्साहित रहती थी. इसे देखते हुए उन्हें पिछले दिनों उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग का सदस्य बनाया गया.
राज्य महिला आयोग है अपराध के खिलाफ
डॉ. प्रियंका मौर्या ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि एनसीआरबी ( NCRB ) यानी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार महिलाओं के ऊपर बढ़ते अपराध के आंकड़ों के सवाल पर कहा कि अब महिलाओं की स्थिति धीरे-धीरे बेहतर हो रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग हर कदम पर महिलाओं के विरुद्ध हो रहे अपराध के खिलाफ मजबूती से खड़ा है.