(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा एसोसिएशन ने शनिवार को एक बयान जारी करते हुए उन्नाव घटना की निन्दा की है जिसमें 24 मार्च को विशेष पॉक्सो अदालत के जज प्रहलाद टंडन के साथ कुछ अधिवक्ताओं ने दुर्व्यवहार किया था। एसोसिएशन ने दोषी अधिवक्ताओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है। एसोसिएशन के महासचिव जज हरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि कार्य समिति की बैठक में इस मामले में आगे की रणनीति पर बनाई जाएगी। उन्होंने घटना को बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
जज ने लखनऊ खंडपीठ को भेजा था अपना इस्तीफा
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में पॉक्सो एक्ट के विशेष न्यायाधीश (जज) प्रह्लाद टंडन और बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राम शंकर सिंह यादव के बीच गुरुवार को हुए विवाद के मामले में तूल पकड़ लिया है। शुक्रवार को जज प्रह्लाद टंडन ने अपना इस्तीफा इलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ खंडपीठ को भेज दिया है। कहा जा रहा है कि जज को इस्तीफा सौंपने के बाद वे छुट्टी पर चले गए। हालांकि इस बीच उनकी तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने रामशंकर सिंह यादव समेत 100 लोगों पर केस दर्ज कर लिया है।
दरअसल, ADJ 11 पॉक्सो कोर्ट मं गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे बार एसोसिएशन अध्यक्ष राम शंकर यादव वकीलों के साथ एक मुकदमे की पैरवी करने पहुंचे थे। इसी दौरान कोर्ट के भीतर वीडियो बनाने को लेकर राम शंकर यादव व जज के विवाद हुआ था।
पुलिस ने दर्ज किया था केस
इस बीच कोतवाली पुलिस ने जज की तहरीर पर बार एसोसिएशन अध्यक्ष राम शंकर सिंह यादव, महामंत्री जितेंद्र सिंह, पूर्व बार अध्यक्ष सतीश शुक्ला, पूर्व बार अध्यक्ष गिरीश मिश्रा सहित करीब 100 वकीलों पर केस दर्ज किया गया है। आरोपियों पर IPC की धारा 332, 353, 504, 506, 394, 427 और 7CLA एक्ट के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है। जज ने वकीलों पर कोर्ट में रूम में गाली गलौज और मारपीट करने का आरोप लगाया था।