आगरा में भीषण गर्मी से बारिश ने राहत दिलाई पर जगह जगह जलभराव की स्थिति भी पैदा हो गई जिसके चलते आम लोगो का राह चलना मुश्किल हो गया है. आगरा अलीगढ़ हाइवे पर बारिश का पानी भरा हुआ है जिससे वाहनों को निकलने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आखिर इस अव्यवस्था की जिम्मेदारी किसकी है, जो जिम्मेदार है क्या उन्हें यह सब नजर नहीं आता या फिर यूंही जलभराव में लोगो को जीने के लिए मजबूर कर दिया गया है.
आगरा अलीगढ़ हाइवे खंदौली क्षेत्र में करीब 300 मीटर तक जलभराव की स्थिति है और सड़क पर भरे हुए पानी में होकर वाहन निकलने को मजबूर है. खंदौली में जलभराव के चलते वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग जाता है और जाम जैसी स्थिति बनी रहती है. जलभराव की स्थिति ऐसी है कि लोग अपनी दुकान तक बंद करने को मजबूर हैं क्योंकि सड़क पर गंदा पानी भरा हुआ है जिसके चलते ग्राहक दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं जिसका सीधा असर दुकानदारों पर पड़ रहा है.
जलभराव से आए दिन हो रहे हैं हादसे
आगरा के स्थानीय लोगों की माने तो जलभराव से आए दिन हादसे होते हैं, दो पहिया वाहन पानी में गिर जाते हैं लोगों को चोट तक लग जाती है, लेकिन जो जिम्मेदार लोग हैं उनके कानों में जु तक नहीं रेंग रही है। जानकारी के अनुसार यहां जलभराव की समस्या को लेकर नाला निर्माण का कार्य हुआ था जिसकी लागत करीब 2 करोड रुपए थी.
नाला निर्माण तो हो गया लेकिन सड़क पर भरने वाला पानी नाले तक नहीं पहुंच पा रहा है, तो क्या यह माना जाए कि गलत इंजीनियरिंग के चलते सड़क आज भी बारिश के पानी से लबालब है. जिस बारिश के पानी को सड़क पर भरने से निजात दिलाने के लिए नाला निर्माण कार्य कराया गया था शायद वह ठीक ढंग से नहीं हुआ और जिसका परिणाम सड़क पर पानी भरा हुआ पानी है, जिसका खामियाजा यहां से गुजरने वाले लोग और वाहनों को उठाना पड़ रहा है.
लोगों का पैदल चलना हुआ दुश्वार
आगरा अलीगढ़ हाइवे का दृश्य ऐसा है कि सड़क पर भरे हुए पानी के बीच से वाहनों के पहिए गुजर रहे हैं, वाहनों के पहियों से उछलने वाला पानी पास चल रहे दूसरे वाहनों पर पहुंचता है जिससे लोगों को खासी परेशानी होती है. इस जलभराव में पैदल चलना दुश्वार हो गया है.
आखिर इस अव्यवस्था की जिम्मेदारी किसकी है, अभी तो मानसून ने दस्तक दी है तब यह हाल है आने वाली मानसून की झमाझम बारिश में तस्वीर क्या होगी इसका अनुमान लगाया जा सकता है. फिलहाल शहर के लोगों को एक तरफ गर्मी से राहत मिली तो दूसरी तरफ पानी से भरी सड़को ने मुसीबत में डाल दिया है.