अमेरिका-NATO का बैटल प्लान सोशल मीडिया पर लीक

# International

(www.arya-tv.com) रूस-यूक्रेन जंग के बीच यूक्रेनी मिलिट्री से जुड़े अमेरिका और NATO के क्लासिफाइड वॉर डॉक्यूमेंट्स हाल ही में सोशल मीडिया पर लीक हो गए थे। बाइडेन सरकार ने इसकी जानकारी दी। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक ट्विटर और टेलीग्राम पर ये वॉर प्लान लीक हुई था। इन प्लैटफोर्म्स के आधे अरब से ज्यादा यूजर्स रूस के रहने वाले हैं। अब पेंटागन ने इस लीक को लेकर जांच शुरू कर दी है।

ये डॉक्यूमेंट्स सोशल मीडिया पर कैसे पहुंचे इसे लेकर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि रूस के कई सरकारी मीडिया चैनल्स पर इसकी स्लाइड्स शेयर की जा रही हैं। अमेरिकी मिलिट्री विशेषज्ञों के मुताबिक, लीक होने के बाद ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्स में कई बदलाव भी नजर आए। इसमें जंग में मारे यूक्रेनी लोगों के आंकड़े बढ़े हुए थे तो वहीं रूसी सैनिकों की संख्या को कम कर दिया गया था।

लीक के बाद डॉक्यूमेंट्स का डेटा बदला
विशेषज्ञों ने कहा कि ये बदलाव रूस द्वारा गलत जानकारी फैलाने की कोशिश हो सकती है। हालांकि, ओरिजिनल डॉक्यूमेंट में मौजूद वेपन डिलवरी, सैन्य ताकत और दूसरी खूफिया जानकारी से जुड़ी तस्वीरों का लीक होना अमेरिका की इंटेलिजेंस एजेंसी के सिक्योरिटी सिस्टम में बड़ी गड़बड़ी की ओर इशारा करता है।

बाइडेन सरकार लगातार इन डॉक्यूमेंट्स को डिलीट करनी की कोशिश कर रही है लेकिन गुरुवार शाम तक वो ऐसा करने में सफल नहीं हो पाई थी।

अगले महीने जारी होगा यूक्रेन के हमले का प्लान
दस्तावेजों में एक्जैक्ट बैटल प्लान्स की जानकारी नहीं थी। जैसे कि यूक्रेन कैसे, कब और कहां हमला करने वाला है, जिसे लेकर अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि प्लान अगले महीने तक जारी होने वाला था। लीक हुए डॉक्यूमेंट्स 5 हफ्ते पुराने हैं और इसमें 1 मार्च तक जंग को लेकर अमेरिकी और यूक्रेनी दृष्टिकोण और आगे आने वाले समय में सैनिकों की रिक्वायरमेंट से जुड़े डेटा मौजूद थे।

रूस को पता चल सकती है वेपन डिलीवरी की टाइमलाइन
बहरहाल, विश्लेषकों ने कहा कि दस्तावेजों के कुछ हिस्से विश्वसनीय थे, जिससे रूस को हथियारों और सैनिकों की डिलीवरी से जुड़ी टाइमलाइन का पता चल सकता है। साथ ही यूक्रेनी सैनिकों की संख्या और दूसरी मिलिट्री डीटेल्स की जानकारी मिल सकती है। इसके अलावा कुछ डॉक्यूमेंट्स में यूक्रेनी सेना, उनके उपकरण और जनवरी से अप्रैल तक होने वाली ट्रेनिंग की लिस्ट मौजूद थी। इनमें 12 लड़ाकू ब्रिगेड्स की भी डीटेल्स थीं। इसमें से 9 की ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है। यूक्रेनी ब्रिगेड में लगभग 4 हजार से 5 हजार सैनिक होते हैं।

यूक्रेन और US के बीच खूफिया जानकारी साझा करने का सिलसिला पिछले कुछ समय से कम हो चुका है। दोनों देश यूक्रेन की तरफ से हमलों की स्ट्रैटजी पर बारीकी से काम कर रहे हैं।