ब्रिटेन में ऋषि सुनक और कीर स्टार्मर की सीधी टक्कर, 650 सीटों के लिए कुछ ही देर में शुरू होने वाला है मतदान

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ब्रिटेन में हाउस ऑफ कॉमन्स (House of Commons) की 650 सीटों के लिए आज वोटिंग होने वाली है. ब्रिटेन में इस बार कंजर्वेटिव और लेबर पार्टी में कड़ी टक्कर की उम्मीद है. पीएम ऋषि सुनक की कुर्सी इस बार दांव पर लगी है, क्योंकि मतदान से पहले हुए चुनावी सर्वेक्षणों में कंजर्वेटिव पार्टी के मुकाबले लेबर पार्टी को बढ़त मिलती दिख रही है. सुनक का मुकाबला इस बार सीधे तौर पर लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर (Keir Starmer) से है. स्टार्मर इंग्लैंड में पब्लिक प्रॉसिक्यूटर के पूर्व डायरेक्टर रह चुके हैं. अप्रैल 2020 में स्टार्मर लेबर पार्टी के नेता बने.

ब्रिटेन के आम चुनाव में भारतीय मूल के वोटर्स महत्वपूर्ण भूमिका में होते हैं, ऐसे में सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी ने 30 भारतीय मूल के लोगों को मैदान में उतारा है. दूसरी तरफ लेबर पार्टी ने 33 भारतीय मूल के लोगों को कैंडिडेट बनाया है. यूके में गुरुवार यानी आज सुबह 7 बजे से लेकर रात 10 बजे तक स्थानीय समयानुसार मतदान होगा. मतदान खत्म होते ही मतगणना शुरू होगी और 5 जुलाई की सुबह परिणाम आ जाएंगे, जिसके बाद तय होगा कि किस पार्टी की सरकार इस बार बन रही है.

पहली बार जनता के सामने ऋषि सुनक
ब्रिटेन में इस बार चुनाव जनवरी 2025 में होने वाले थे, क्योंकि कंजर्वेटिव सरकार का कार्यकाल 17 दिसंबर 2024 को खत्म होगा. लेकिन पीएम ऋषि सुनक ने 22 मई को अपने आवाास से 4 जुलाई को ही वोटिंग की घोषणा कर दी. सुनक पीएम के तौर पर पहली बार वोटर्स के सामने हैं, जबकि साल 2022 के चुनाव में सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी ने चुनाव से पहले पीएम का चेहरा साफ नहीं किया था. 44 वर्षीय ऋषि सुनक भारतीय मूल के पहले शख्स हैं, जो ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने. उन्होंने अक्टूबर 2022 में पीएम का पदभार संभाला था.

ब्रिटेन में बैलेट बॉक्स में होती है वोटिंग
ब्रिटेन में भारत के लोकसभा की तरह हाउस ऑफ कॉमन्स होता है. वहीं राज्य सभा को हाउस ऑफ लॉर्ड्स कहा जाता है. तीसरे भाग को संप्रभु कहा जाता है. भारत के लोकसभा की ही तरह ब्रिटेन में भी हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए हर पांच साल पर मतदान होता है. ब्रिटेन में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 326 है. जिस पार्टी के पास 326 सीटों का समर्थन होता है, उसे राजा या रानी सरकार बनाने के लिए न्योता देते हैं. ब्रिटेन में भारत की तरह ईवीएम का इस्तेमाल नहीं होता, बल्कि यहां बैलेट बॉक्स में वोटिंग होता है.