(www.arya-tv.com) पहले यह मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा, लेकिन अब यह केस कोर्ट की दहलीज तक पहुंच चुका है, जिसके बाद इसकी हर तरफ चर्चा हो रही है, तो आइए जानते हैं कि यह मामला कहां का है और ये दोनों अधिकारी कौन हैं? यह मामला उदयपुर से सटे बड़गांव उपखंड का है, जहां एसडीएम की कुर्सी को लेकर दो महिला अधिकारियों के बीच विवाद हो गया है. मामला इतना बढ़ गया कि सूचना मिलते ही डीएम और एसपी को भी मौके पर पहुंचना पड़ा, और कार्यालय पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया.
दरअसल, राजस्थान में हाल ही में बड़े पैमाने पर आरएएस अधिकारियों के तबादले हुए. इस सूची में दो महिला अफसर निरमा विश्नोई और सीमा तिवाड़ी के नाम भी थे. निरमा विश्नोई का तबादला शाहपुरा एसडीएम से बड़गांव एसडीएम के पद पर हुआ, जबकि सीमा तिवाड़ी का ट्रांसफर डिप्टी कमिश्नर, ट्राइबल एरिया डेवलपमेंट (TAD), प्रतापगढ़ के लिए किया गया. अभी तक वह बड़गांव एसडीएम के पद पर कार्यरत थीं.
कुर्सी के लिए तकरार
तबादला सूची आने के बाद जब निरमा विश्नोई एसडीएम बड़गांव का चार्ज लेने पहुंचीं, उसी दौरान सीमा तिवाड़ी भी वहां पहुंच गईं. सीमा तिवाड़ी ने अपने ट्रांसफर पर हाईकोर्ट से स्टे मिलने की बात कही और कुर्सी पर बैठ गईं. इस दौरान दोनों महिला अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई. विवाद कलेक्ट्रेट तक पहुंचा, जहां दोनों अधिकारियों ने कलेक्टर अरविंद पोसवाल और एसपी योगेश गोयल से शिकायत की. इसके बाद उपखंड कार्यालय में पुलिस बल तैनात कर दिया गया.
किसका क्या है तर्क
ट्रांसफर के बाद बड़गांव एसडीएम का चार्ज लेने पहुंची निरमा विश्नोई का कहना है कि डीओपी ने 6 सितंबर को ट्रांसफर सूची जारी की थी, जिसमें तुरंत प्रभाव से नए पद पर कार्यभार ग्रहण करने को कहा गया था. उनका कहना है कि जब तबादले हुए, उसी आदेश में तत्काल कार्यमुक्त किए जाने का स्पष्ट निर्देश था. दूसरी ओर, सीमा तिवाड़ी ने इस ट्रांसफर आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी है. हाईकोर्ट ने अपने आदेश में रिलीव नहीं होने की स्थिति में फिर से एसडीएम का पद संभालने का स्टे दिया है. सीमा तिवाड़ी का कहना है कि वह 6 सितंबर से बीमार थीं, इसलिए रिलीव नहीं हो सकीं. इस वजह से उन्होंने लौटकर पदभार संभाल लिया और इसकी रिपोर्ट कलेक्टर और कार्मिक विभाग को भेज दी.