आज सोने में दिखी शानदार तेजी, चांदी हुई 1600 रुपये तक महंगी

Business

नई दिल्ली ।(www.arya-tv.com) बजट में सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी घटाए जाने के बाद बाजार में सोने-चांदी की कीमतों  पर बड़ा असर देखने को मिल रहा है। बजट के दिन सोने की कीमतों में तगड़ी गिरावट और चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिली थी। आज सोना और चांदी दोनों में शानदार बढ़त देखने को मिल रही है।

पिछले सत्र में 47751 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ सोना आज 174 रुपये की तेजी के साथ 47925 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर खुला है। वहीं दूसरी ओर पिछले सत्र में 67541 रुपये प्रति किलो के स्तर पर बंद हुई चांदी आज 507 रुपये की तेजी के साथ 68048 रुपये प्रति किलो के स्तर पर खुली है। शुरुआती कारोबार में ही चांदी ने 69,147 रुपये का उच्चतम स्तर और 68,048 रुपये का न्यूनतम स्तर छू लिया। यानी चांदी ने कुछ ही मिनटों के कारोबार में करीब 1600 रुपये की बढ़त हासिल कर ली।

बजट के दिन सोने में करीब 1324 रुपये की गिरावट देखी गई थी, जिसके बाद सोना 47,520 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया। इससे पहले सोना 48,844 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं दूसरी ओर चांदी में करीब 3461 रुपये की तेजी देखी गई थी, जिसके बाद चांदी 72,470 रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गई थी।

इससे पिछले सत्र में चांदी 69,009 रुपये प्रति किलो के स्तर पर बंद हुई थी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट प्रस्तावों में सोने और चांदी पर आयात शुल्क में भारी कटौती की घोषणा की थी। सीतारमण ने सोने और चांदी पर आयात शुल्क में 5 फीसदी की कटौती की है। फिलहाल सोने और चांदी पर 12.5 फीसदी आयात शुल्क चुकाना पड़ता है।

इस तरह से अब सोने और चांदी पर सिर्फ 7.5 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी चुकानी होगी। इससे सोने और चांदी की कीमतों में कमी आएगी। ये साल सोने के लिए बहुत ही शानदार साबित हुआ है। इस साल अब तक सोने की कीमत करीब 28 फीसदी तक बढ़ी है। अगस्त के महीने में तो सोने-चांदी ने एक नया रेकॉर्ड ही बना दिया था और अपना ऑल टाइम हाई का स्तर छू लिया था।

ऐसा नहीं है कि सिर्फ भारत में ही सोने की कीमत बढ़ी है। इस साल वैश्विक बाजार में भी सोना करीब 23 फीसदी महंगा हुआ है। इससे पहले 2019 में भी सोने के दाम में बढ़ोतरी की दर डबल डिजिट में थी, इस बार भी सोने दाम में बढ़ोतरी की दर डबल डिजिट में है। 2020 में सोने के दाम में तगड़ी तेजी की वजह कोरोना वायरस रहा, जिसकी वजह से लोग निवेश का सुरक्षित ठिकाना ढूंढ रहे थे। सोने में निवेश हमेशा से ही सुरक्षित रहा है। कोरोना की वजह से शेयर बाजार में लोगों ने निवेश कम कर दिया, क्योंकि शेयर बाजार में निवेश रिस्की होता है।

पिछले साल जनवरी-फरवरी में तो सोना धीरे-धीरे बढ़ रहा था, लेकिन मार्च में भारत में कोरोना वायरस की दस्तक के बाद इसने स्पीड पकड़ ली। सोने ने अगस्त के महीने में अपना ऑल टाइम हाई छू लिया था। सोना 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर तक जा पहुंचा था। चांदी ने भी अगस्त में अपना ऑल टाइम हाई छुआ था और वह 77,840 रुपये प्रति किलो के करीब जा पहुंची थी। हालांकि, अगस्त में ही बड़ी गिरावट भी आई और सोना अगस्त महीने में करीब 10 फीसदी तक लुढ़का। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कोरोना वायरस वैक्सीन की खबरें आने लगी थीं, जिसके चलते लोगों ने फिर से शेयर बाजार समेत बाकी रिस्की प्लेटफॉर्म्स का रुख करना शुरू कर दिया था।

कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन के मोर्चे पर सकारात्मक खबरों से सोने की कीमतों में गिरावट आ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल इकनॉमी में सुधार और अमेरिका-चीन के बीच तनाव कम होने से निवेशक सोने को छोड़कर शेयर बाजार का रुख कर रहे हैं। यही वजह है कि निकट भविष्य में सोने की कीमतों में भारी उछाल की संभावना नहीं है। हालांकि, लंबी अवधि के लिए सोना अभी भी निवेश का अच्छा विकल्प माना जा रहा है। कोरोना वायरस की वजह से शेयर बाजार में एक तगड़ी गिरावट देखने को मिली थी।

समय बीतने के साथ-साथ शेयर बाजार उस तगड़ी गिरावट से लगातार उबर रहा है। दुनिया भर के अधिकतर शेयर बाजार कोरोना की वजह से आई गिरावट से मजबूती से लड़ते हुए रिकवर कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सोना अपना ऑल टाइम हाई छू कर वापस आ चुका है। आए दिन सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।

Today saw a splendid rise in gold, silver up to 1600 rupeesअब सवाल ये उठता है कि क्या सोना भी कोरोना काल से पहले वाली स्थिति में लौट आएगा, क्योंकि ये ट्रेंड देखा गया है कि शेयर बाजार मजबूत होता है तो सोना कमजोर होता है और इसका उल्टा भी होता है। तो क्या सोना अभी और सस्ता होगा, क्योंकि जनवरी में सेंसेक्स 41 हजार के करीब था, तब सोने की कीमत भी 41 हजार के करीब थी।