नई दिल्ली (www.arya-tv.com) सुप्रीम कोर्ट के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है। साल 1950 में आज ही के दिन सुप्रीम कोर्ट ने काम करना शुरू किया था। 28 जनवरीए 1950 को सुप्रीम कोर्ट अस्तित्व में आया था। आज ही के दिन न्याय का सबसे बड़ा मंदिर सुप्रीम कोर्ट अस्तित्व में आया। आज ही के दिन पहली बार सुप्रीम कोर्ट की पहली बेंच बैठी थी। भारत के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने आज सुनवाई के दौरान अटॉर्नी जनरल से बात करते हुए इस ऐतिहासिक दिन को याद किया। आज ही के दिन 28 जनवरीए 1950 को संसद भवन के ‘चेंबर ऑफ प्रिसेसश् में पहली बार की बेंच बैठी थी। इससे पहले कोर्ट ऑफ इंडिया देश की सबसे बड़ी न्यायिक संस्था थी। साल 1937 में स्थापित फेडरल कोर्ट ऑफ इंडिया को आज ही के दिन भारत का उच्चतम न्यायालय बनाया गया था।
सुप्रीम कोर्ट के अस्तित्व में आने से पहले फेडरल कोर्ट ऑफ इंडिया का कामकाज संसद भवन के ष्चेंबर ऑफ प्रिसेस में किया जाता था। उच्चतम न्यायालय सुप्रीम कोर्टद्ध के अस्तित्व में आने पर इसी जगह इसका उद्घाटन हुआ और कई सालों तक यहीं से कामकाज चलता रहा। अस्तित्व में आने के दो दिन बाद यानि 28 जनवरीए 1950 को सुप्रीम कोर्ट ने काम करना शुरू किया। सुप्रीम कोर्ट के पहले मुख्य न्यायाधीश यानि चीफ जस्टिस हीरालाला जे कानिया थे जबकि पहली महिला चीफ जस्टि बीवी फातिमा था। बीवी फातिमा ने 1959 में चीफ जस्टिस का कार्यभार संभाला था। साल 1950 में संसद भवन परिसर में सुप्रीम कोर्ट की शुरुआत हुई थी। साल 1958 में सुप्रीम कोर्ट को संसद भवन परिसर से नई दिल्ली के तिलक मार्ग पर स्थित मुख्यालय में शिफ्ट कर दिया गयाए यहां सुप्रीम कोर्ट भवन में 15 कोर्ट रूम हैं।