(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश में कई बिल्डर, व्यापारी और छुटभैया नेता चोरी की लग्जरी गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसका खुलासा बीते माह जून में पकड़े गए बिल्डर और वाहन चोर ने किया है। पुलिस सूत्र के मुताबिक चोरी की लग्जरी गाड़ियां सस्ते दामों पर मिलने के चलते बिल्डर, व्यापारी व छुटभैया नेताओं के बीच इनकी मांग बढ़ी है। इसका नतीजा है कि पिछले 15 दिनों में दर्जन भर लग्जरी वाहन शहर से चोरी हुए हैं। जो लग्जरी गाड़ियों को निशाना बना रहा है। पिछले दिनों विभूतिखंड व गाजीपुर में हुई गिरफ्तारी में इसके सबूत भी मिले हैं।
एक पुलिस पुलिस अधिकारी के मुताबिक कमिश्नरेट पुलिस ने तीन लग्जरी वाहनों के साथ एक शातिर वाहन चोर समेत दो बिल्डर को गिरफ्तार किया है। उनकी ही निशानदेही पर कई लग्जरी वाहन सफेदपोश व व्यापारियों के पास होने की बात पता चली। पुलिस जिसमें से सात लग्जरी वाहन बरामद कर चुकी है। पुलिस जल्द ही एक वाहन चोर गैंग का बड़ा खुलासा करने की तैयारी में जुटी है। इससे पहले भी लखनऊ, दिल्ली, कानपुर, मेरठ, गोरखपुर व सहारनपुर समेत प्रदेश के कई शहरों में चोरी के वाहनों की सफेदपोश, व्यापारी व बिल्डरों से बरामद किए थे।
चोरी के साथ गिरफ्तार बिल्डर की निशानदेही पर चल रही छापेमारी
विभूतिखंड पुलिस ने लग्जरी गाड़ियों के साथ हुसैनाबाद निवासी बिल्डर रेहान अहमद और कैसरबाग के शेख अर्सी को गिरफ्तार किया था। यह लोग खुद को एक पार्टी का सदस्य भी बताते थे। इन लोगों ने चोरी की गाड़ियों को नेताओं के काफिले के लिए सप्लाई करने की बात कबूल भी की थी । उनका कहना है कि लग्जरी गाड़ी को देखकर लोग हमारी बातों में आ जाते हैं। जिसके दम पर नेतागिरी से लेकर प्रापर्टी डीलिंग तक का काम ठीक से चलता है। पुलिस भी जल्दी हाथ नहीं डालती। इसलिए चोरी की गाड़ियों की डिमांड बढ़ने से इस धंधे में उतर आए।
इन क्षेत्रों से हुई लग्जरी वाहनों की चोरी
आशियाना से फार्च्यूनर, अलीगंज से इनोवा, हजरतगंज, गोमतीनगर, गाजीपुर और चिनहट से स्कार्पियो और कपूरथला से एक क्रेटा कार।
डिमांड के हिसाब से करते चोरी, चुनाव में सफेद लग्जरी गाड़ी की मांग बढ़ी
लखनऊ गाजीपुर थाने में पकड़े गए एटा का वाहन चोर सरगना दीपक सिंह उर्फ बल्ले ने बताया कि उनका गिरोह डिमांड के हिसाब से वाहनों की चोरी करते थे। आजकल चुनाव को देखते हुए सफेद लग्जरी गाड़ियों की डिमांड बड़ी है। इस लिए सफेद गाड़ियों पर ज्यादा ध्यान दे रहे थे। वहीं कई बिल्डर व नौजवान भी टशन के लिए ऐसी गाड़ियों की मांग कर रहे हैं।
कंडम वाहनों की डिटेल पर बन रही फर्जी आरसी
चोरी के वाहनों के कंडम वाहन (दुर्घटना ग्रस्त वाहन जिन्हें बीमा कंपनी कबाड़ी को बेच देती है) के चेचिस नंबर व गाड़ी नंबर से फर्जी कागज तैयार किए जा रहे हैं। यह अंतर्राष्ट्रीय वाहन चोर गिरोह बिहार, दिल्ली और मेरठ से चलने की जानकारी पुलिस को मिली है। जिसकी धरपकड़ के लिए कुछ बीमा से जुड़े लोगों की भी डिटेल खंगाली जा रही है।
सफेदपोश व अधिकारियों तक के यहां चल रही है चोरी की गाड़ियां
लखनऊ में जून 2020 में एक ऐसे ही गिरोह को पकड़ा था। जो पूरे देश में लग्जरी गाड़ियों की चोरी कर सप्लाई करता था। जिसमें कई चोरी की गाड़ियां सफेदपोश लोगों से लेकर अधिकारियों तक के यहां से बरामद हुई थी। हालांकि वह सब खुद को इससे अंजान व कागज दिखाकर गाड़ी खरीदने की दलील देकर बच गए थे। उस दौरान पुलिस ने मेरठ के अबरार व अफजाल, लखीमपुर के सीबू और दिल्ली माया पुरी के रोमी पाल को सरगाना बताते हुए पूरे प्रदेश से सौ से ज्यादा लग्जरी कार (बीएमडब्ल्यू, फॉर्च्यूनर, सफारी, इनोवा, ब्रेजा, स्कॉर्पियो, कंपास जीप, पजेरो ) बरामद की थी।