मेरठ(www.arya-tv.com) प्रशिक्षुओं की मेहनत और प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन ने मिलकर कबाड़ से उठकर आई एक बाइक को सोलर बाइक में बदल डाला। जो बिना ईंधन व बिना किसी इलेक्टिक चार्ज के 40 की रफ्तार से दौड़ती है।
बस बाइक को निकालिए और सवार होकर गंतव्य की ओर चल दीजिए। जी हां, यह बाइक पूरी तरह से सोलर चार्जिग की मदद से खुद को ऊर्जा देती है। इसे तैयार करने में कुल दस हजार रुपये की लागत आई है।
सोलर बाइक को बनाने का विचार आइटीआइ के नोडल प्रधानाचार्य पीपी अत्रि को उस समय आया, जब वे एक गांव में पहुंचे। वहां उन्होंने ईंधन के अभाव से बंद पड़े वाहन को देखा। इस पर उन्हें एक ऐसा वाहन बनाने का विचार आया, जो बिना बिजली और ईंधन के चल सके।
साथ ही वातावरण को प्रदूषित भी न करे। इस विचार को उन्होंने आइटीआइ आकर प्रधानाचार्य बनी सिंह चौहान व प्रशिक्षकों से साझा किया। मोटर मैकेनिक व्यवसाय के प्रशिक्षक प्रवीन कुमार व जयपाल सिंह ने चार प्रशिक्षु भारती, अभिषेक, अनम व सोनम को इस काम में लगाया।
कबाड़ में पड़ी एक पुरानी बाइक को लाकर उसे सोलर बाइक में परिवर्तित करने की ठानी। करीब 25 दिन की कठोर मेहनत के बाद उन्होंने एक प्रारूप तैयार किया। इसे पहली बार जुलाई 2019 में चलाकर देखा गया।
पहले ही प्रयास में बाइक ने प्रतिभा और श्रम के मेल से गति पकड़ ली। हाल में प्रशिक्षुओं द्वारा तैयार मॉडल की प्रदर्शनी में भी व्यावसायिक शिक्षा मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने भी बाइक के मॉडल की सराहना की थी।