काशी में प्लास्टिक पर ₹ 50 धरोहर टैक्स:घाटों पर नियम लागू; प्लास्टिक लौटाने पर मिल जाएगा पैसा

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(www.arya-tv.com)  सावन को देखते हुए नगर निगम ने प्लास्टिक यूज पर रोक लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। वाराणसी में गंगा घाटों के आसपास प्लास्टिक के थैले और बॉटल आदि में खाने-पीने के सामान को खरीदने पर दुकानदार को 50 रुपया धरोहर टैक्स देना होगा। यह फैसला आज से ही लागू कर दिया गया है। यदि ग्राहक प्लास्टिक का काम खत्म होने के बाद दुकानदार को प्लास्टिक वापस कर देते हैं तो धरोहर टैक्स का पैसा वापस कर दिया जाएगा।

नगर आयुक्त शिपु गिरी ने कहा कि बिना धरोहर राशि जमा कराए, प्लास्टिक में कोई सामान बेचा जाता है तो संबंधित दुकानदार के खिलाफ काफी सख्त कार्रवाई की जाएगी। नगर आयुक्त ने यह भी हिदायत दिया कि सूखा और गीला कचरे का डस्टबीन अलग-अलग रखना होगा।

गोदौलिया से मैदागिन तक प्लास्टिक में नहीं बिकेंगे माला-फूल

सावन का लेकर वाराणसी नगर निगम ने भी तैयारियां पूरी की लीं हैं। ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित होने के बाद अब पूरा श्रीकाशी विश्वनाथ क्षेत्र ‘प्लास्टिक मुक्त जोन’ घोषित कर दिया गया है। दशाश्वमेध घाट से लेकर मैदागिन तक के इलाके में प्लास्टिक की न तो बिक्री हो सकेगी और न ही इस्तेमाल। इन क्षेत्रों की निगरानी सिगरा स्थित कमांड सेंटर में लगे मॉनिटर से  होगी।यह पूरा इलाका मंदिर क्षेत्र में आता है। यहां पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी नो प्लास्टिक यूज का पंफलेट लगवाएंगे। इस क्षेत्र में तैनात जोनल अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र में कोई भी दुकानदार सड़क तक दुकान न लगाए। प्लास्टिक में माला-फूल की बिक्री न हो। अधिकारियों से कहा गया है कि दुकानदारों को आज कड़ी हिदायत दे दें। इसके अलावा कोई भी कांवड़ यात्री प्लास्टिक का कांवड़ लेकर मंदिर न आए।

देवालयों की हो सफाई, सड़कें दुरुस्त हों
वाराणसी के मेयर अशोक तिवारी ने नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक कर ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि वाराणसी में स्थित द्वादश ज्योर्तिलिंग शिवालय, सारंग नाथ मंदिर और पंचकोशी मार्ग पर स्थित सभी देवालयों के पास अनवरत सफाई व्यवस्था की जाए। चूने का छिड़काव कराया जाए। साथ ही मुख्य अभियंता को कहा गया कि सभी देवालयों के मार्ग पर सड़कें दुरुस्त की जाए।

मंदिर के आसपास खड़ा होगा वाहन तो होगी कार्रवाई
श्रीकाशी विश्वनाथ क्षेत्र में विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। यहां पर किसी भी दर्शनार्थी को कोई पेरशानी नही होनी चाहिए। क्षेत्रीय व्यापार मंडल के पदाधिकारयों के वार्ता भी करें जिससे उनको कोई परेशानी न हो।

पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन से वार्ता कर यह सुनिश्चित किया जाए मंदिर के आसपास सड़क पर वाहन खड़ा न होने पाए। नगर आयुक्त शिपू गिरि कहा कि मंदिर मार्ग पर दो कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। वे रोकटोक करेंगे। यदि इसके बाद भी कोई वाहन खड़ा करता है तो फिर उसके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। मंदिर क्षेत्र में समुचित व्यवस्था के लिए सिगरा स्थित कंट्रोल कमांड सेंटर से CCTV कैमरों पर नजर बनाकर रखी जाएगी।