(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश के पीलीभीत का टाइगर रिजर्व देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अलग पहचान रखता है। खासियत है रोमांच और सुंदरता। जी हां, पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बना ‘चूका बीच’ इको टूरिज्म स्पॉट के रूप में जाना जाता है। यहां की सुंदरता देख इंसान खुद को प्रकृति के बेहद करीब महसूस करता है। इतना ही नहीं, खुले में इधर-उधर घूमते बाघ आपके टूर में रोमांच भर देते हैं। यही कारण है कि यहां जो भी आता है, खूबरसूरत नजारों को कैमरे में कैद किए बिना नहीं रह पाता। अभी ‘चूका बीच’ बंद है। अक्टूबर में खुलेगा। यह तस्वीरें दैनिक भास्कर को वन विभाग ने उपलब्ध कराई हैं।
- सैलानी बैंबो और थारू हटों के पास खड़े होकर सेल्फी लेना का मजा ही कुछ और पाते हैं।
- शारदा डैम की सुंदरता देखते ही बनती है।
- सॉवेनियर शॉप से कैप, जैकेट आदि की खरीदारी भी लोगों को खूब भाती है।
- बाइफरकेशन पर रुककर प्रकृति का लुत्फ उठाना बेहद सुखद फीलिंग देता है।
- यहां फैले नहरों के जाल को देखकर जो खुशी मिलती है, उसके तो क्या ही कहने।
ये भी जानें
- पीलीभीत टाइगर रिजर्व में 2014 में बाघों की संख्या 25 थी।
- वन विभाग के प्रयासों से साल 2018 में बाघों की संख्या दोगुने से ज्यादा 65 हो गई।
- इसी वजह से 13 देशों को पछाड़ बना पीलीभीत टाइगर रिजर्व नंबर वन बना।
- तेरह देशों नेपाल भूटान, भारत, रूस, इंडोनेशिया, थाईलैंड, बांग्लादेश, पाकिस्तान आदि में मॉनीटरिंग के बाद ये तय हुआ है कि भारत में सबसे तेजी से बाघों की संख्या अगर कहीं बढ़ी है तो वो पीलीभीत जिला है।
- पीलीभीत टाइगर रिजर्व को अंतरराष्ट्रीय ग्लोबल अवॉर्ड देने का फैसला किया गया।