सरोजनीनगर के बिजनौर चौराहे पर उपनिबंधक कार्यालय के कारण लगने वाले जाम से लोगों की बढ़ी परेशानी

Lucknow
  • सरोजनीनगर के बिजनौर चौराहे पर उपनिबंधक कार्यालय के कारण लगने वाले जाम से लोगों की बढ़ी परेशानी

लखनऊ। राजधानी के सरोजनीनगर क्षेत्र में स्थित बिजनौर चौराहा इन दिनों भारी ट्रैफिक जाम की वजह से चर्चा में है। चौराहे के ठीक पास स्थित उपनिबंधक कार्यालय, सरोजनीनगर की वजह से यहां रोजाना इतनी अधिक भीड़ जमा हो जाती है कि कई बार सड़कें पूरी तरह ठप पड़ जाती हैं। यह समस्या धीरे-धीरे इतनी बढ़ गई है कि अब यह पूरे इलाक़े के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुकी है।

  • कैसे बढ़ता है जाम?

सुबह ऑफिस खुलने के साथ ही उपनिबंधक कार्यालय में रजिस्ट्री, नामांतरण, शपथ-पत्र, विक्रय पत्र और अन्य दस्तावेज़ संबंधी कार्यों के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुँचते हैं। आने वाले लोग कार्यालय के ठीक बाहर ही वाहन खड़ा कर देते हैं।पार्किंग की कोई स्पष्ट व्यवस्था न होने के कारण सड़क का आधा हिस्सा वाहनों से भर जाता है। अचानक बढ़ने वाली भीड़ और अव्यवस्थित लाइनें सड़क तक फैल जाती हैं। इससे चौराहे पर वाहनों की लंबी कतारें बन जाती हैं, जो कई बार आधा-एक किलोमीटर तक पहुँच जाती हैं। राहगीरों और स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि जाम की वजह से उनके दिनभर के कामकाज पर असर पड़ता है, जबकि स्कूल-बच्चे, मरीज और नौकरी पर जाने वाले लोगों को सबसे ज्यादा परेशान होना पड़ता है।

  • स्थानीय लोगों की आवाज़

चौराहे के पास के वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश कुमार मिश्रा बताते हैं कि जब भी उपनिबंधक कार्यालय में थोड़ा भी काम बढ़ता है, पूरा चौराहा थम जाता है। कई बार तो जाम इतना लंबा हो जाता है कि बाइक भी निकालना मुश्किल हो जाता है।”

दुकानदारों का कहना है कि जाम के कारण ग्राहक दुकान तक नहीं पहुँच पाते, जिससे व्यापार पर सीधा असर पड़ता है। वाहन चालक भी परेशान हैं क्योंकि कई बार उन्हें 10 मिनट के रास्ते में 30–40 मिनट तक फँसा रहना पड़ता है।

  • क्या चाहिए समाधान?

स्थानीय नागरिकों और व्यावसायिक संगठनों ने प्रशासन को सुझाव दिए हैं कि—

उपनिबंधक कार्यालय के लिए अलग पार्किंग ज़ोन बनाया जाए।

सड़क किनारे अनधिकृत पार्किंग पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

कार्यालय आने वालों के लिए टोकन और समय-स्लॉट सिस्टम लागू किया जाए ताकि एक समय में भीड़ कम रहे।

चौराहे पर व्यस्त समय में अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिस तैनात की जाए।

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कार्यालय के बाहर अस्थायी बैरिकेडिंग लगाई जाए।

लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन इस दिशा में कदम उठाए तो बिजनौर चौराहे पर लगने वाला जाम काफी हद तक कम किया जा सकता है।

  • लोगों की उम्मीदें

सरोजनीनगर के निवासियों को उम्मीद है कि शासन और प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए जल्द समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाएगा। क्योंकि यदि यह स्थिति ऐसे ही बनी रहती है तो आने वाले समय में यह चौराहा ट्रैफिक के लिहाज से और अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

फिलहाल जाम ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है, और अब सभी की नजरें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं।