भीषण ठंड में अलाव की लकड़ी की अनियमित आपूर्ति से जनता परेशान, नगर निगम जोन 8 के जिम्मेदार अभियंताओं पर उठे सवाल

Lucknow
  • भीषण ठंड में अलाव की लकड़ी की अनियमित आपूर्ति से जनता परेशान, नगर निगम जोन 8 के जिम्मेदार अभियंताओं पर उठे सवाल

लखनऊ में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रखा है। ठंड से बचाव के लिए लखनऊ नगर निगम द्वारा प्रत्येक वार्ड में अलाव की लकड़ी गिराने की व्यवस्था की जाती है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे अलग नजर आ रही है। नगर आयुक्त गौरव कुमार द्वारा पिछले कई दिनों से प्रत्येक वार्ड में अलाव की व्यवस्था की जा रही है पर कई वार्डों में प्रतिदिन अलाव की लकड़ी नहीं गिराई जा रही, जिससे खासकर गरीब, मजदूर, रिक्शा चालक, ठेला-पटरी वाले और खुले में रहने वाले लोग ठंड से जूझने को मजबूर हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि कभी एक-दो दिन लकड़ी गिरा दी जाती है, तो उसके बाद कई दिनों तक कोई व्यवस्था नहीं होती। इसके साथ ही जो लकड़ी ​गिरती भी है वह गीली होती है तो बहुत परेशानी होती है। अलाव की लकड़ी की अनियमित आपूर्ति के कारण रात के समय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

अलाव की लकड़ी की आपूर्ति और निगरानी की जिम्मेदारी संबंधित जोन व वार्ड के अभियंताओं (इंजीनियरों) की होती है, लेकिन उनकी लापरवाही के चलते यह व्यवस्था सही ढंग से लागू नहीं हो पा रही है। समय पर निगरानी न होने और नियमित रिपोर्टिंग के अभाव में ठंड से बचाव की यह महत्वपूर्ण योजना कागजों तक सीमित होती नजर आ रही है।

जोन 8 के क्षेत्रवासियों और जनप्रतिनिधियों ने मांग की है कि नगर निगम प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिम्मेदार अभियंताओं की जवाबदेही तय करे और यह सुनिश्चित करे कि हर वार्ड में प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में अलाव की लकड़ी गिराई जाए।

जनता का कहना है कि जब ठंड अपने चरम पर है, तब इस तरह की लापरवाही सीधे तौर पर गरीब और असहाय लोगों की जान से खिलवाड़ है। जरूरत है कि नगर निगम केवल आदेश जारी करने तक सीमित न रहे, बल्कि मैदानी स्तर पर सख्त निगरानी कर व्यवस्था को प्रभावी बनाए।

“प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के चलते दो तीन दिनों से कुछ वार्डों में अलाव की लकड़ी नहीं गिर पायी थी आगे इस मामले में निगरानी रखी जायेगी। — शील कुमार नगर अभियंता जोन 8”