- प्रधानमंत्री ने ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ का लोकार्पण किया,रक्षा मंत्री, उ.प्र. की राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री की गरिमामयी उपस्थिति रही
- प्रधानमंत्री आधुनिक भारत के शिल्पकार तथा एक भारत व श्रेष्ठ भारत के स्वप्नदृष्टा : मुख्यमंत्री
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती सुशासन दिवस के अवसर पर बसन्त कुन्ज योजना, सेक्टर-जे में 230 करोड़ रुपये की लागत से 65 एकड़ क्षेत्रफल में निर्मित ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ का लोकार्पण किया। इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की गरिमामयी उपस्थिति रही।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्र प्रेरणा स्थल में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी , पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी एवं पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की 65-65 फीट ऊँची प्रतिमा का लोकार्पण किया। उन्होंने पं0 दीनदयाल उपाध्याय, डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री ने राष्ट्र प्रेरणा स्थल में म्यूजियम का लोकार्पण तथा इसका अवलोकन किया और भारत माता की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर राष्ट्र प्रेरणा स्थल के विकास पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। प्रधानमंत्री ने सभी को राष्ट्र प्रेरणा स्थल तथा क्रिसमस की शुभकामनाएँ दीं।
प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज लखनऊ की भूमि एक नई प्रेरणा की साक्षी बन रही है। आज उन्हें राष्ट्र प्रेरणा स्थल का लोकार्पण करने का सौभाग्य मिला है। यह राष्ट्र प्रेरणा स्थल उस सोच का प्रतीक है, जिसने भारत को आत्मसम्मान, एकता और सेवा का मार्ग दिखाया है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमाएँ जितनी ऊँची हैं, इनसे मिलने वाली प्रेरणा उससे भी अधिक बुलन्द है। अटल जी ने लिखा था ‘नीरवता से मुखरित मधुबन, परहित अर्पित अपना तन-मन, जीवन को शत-शत आहुति में जलना होगा, गलना होगा, कदम मिलाकर चलना होगा।’ यह राष्ट्र प्रेरणा स्थल हमें संदेश देता है कि हमारा हर कदम, हर प्रयास राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित हो। सबका प्रयास ही विकसित भारत के संकल्प को सिद्धि प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी टीम तथा राष्ट्र प्रेरणा स्थल प्रोजेक्ट से जुड़े सभी श्रमिकों, कारीगरों व योजनाकारों को बधाई देते हुए कहा कि जिस जमीन पर यह प्रेरणा स्थल बना है, उसकी 30 एकड़ से ज्यादा जमीन पर कई दशकों से कूड़े-कचरे का पहाड़ जमा था। पिछले तीन वर्षों में इसे पूरी तरह समाप्त किया गया। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय और श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी, इन तीन महापुरुषों की प्रेरणा और उनके विजनरी कार्य तथा राष्ट्र प्रेरणा स्थल में स्थापित विशाल प्रतिमाएँ विकसित भारत का बड़ा आधार हैं। इनकी प्रतिमाएँ हमें नई ऊर्जा से भर रही हैं। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि डबल इंजन सरकार का बहुत अधिक फायदा उत्तर प्रदेश को हो रहा है। उत्तर प्रदेश 21वीं सदी के भारत में अपनी एक अलग पहचान बना रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी महापुरुषां ने भारत को नयी दृष्टि व प्रेरणा प्रदान की। डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत में ‘एक देश, एक विधान, एक निशान तथा एक प्रधान’ का उद्घोष किया था। डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को साकार होते देख आज प्रत्येक देशवासी प्रफुल्लित दिखाई दे रहा है। भारत माता के महान सपूत व विचारक पं0 दीनदयाल उपाध्याय के सपनों के भारत में अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के जीवन में नया परिवर्तन होता हुआ दिखाई दे रहा है। विगत 11 वर्षां में 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से उबारकर सामान्य जीवनयापन योग्य बनाया गया है।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, सरोजनीनगर के विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह तथा गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
