Arya News: Lucknow
लखनऊ स्थित आर्यकुल कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी एंड रिसर्च सेण्टर में विश्व फार्मासिस्ट दिवस के अवसर पर ‘फार्मासिस्ट की सामाजिक जिम्मेदारियां’ विषय पर नेशनल सेमिनार का आयोजन किया, इस मौके पर चीफ गेस्ट के रूप में विजय कुमार सिंह प्रेसिडेंट ऑफ माइक्रो लैब्स प्राइवेट लिमिटेड, कॉलेज चेयरमैन केजी सिंह , मैनेजिंग डायरेक्टर सशक्त सिंह, विभागाध्यक्ष आदित्य सिंह के साथ प्रोग्राम को कन्वेनर बीके सिंह उपस्थित रहे।
प्रोग्राम का संचालन आकांक्षा शाक्य के द्वारा किया गया इसके तत्पश्चात कॉलेज के चेयरमैन के जी सिंह ने बच्चों को फार्मासिस्ट दिवस की हार्दिक बधाई दी और बच्चों को यह भी बताया कि किस तरह से हमारे पर्यावरण में अनेक ऐसे पौधे हैं जो हमारे लिए औषधि के सामान है, ज्ञान अभाव के कारण आज हम लोग उन्हें खोते जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जरूरी है कि हम अपने आसपास मौजूद पर्यावरण में औषधियों की पहचान करें जो हमारे लिए अति आवश्यक है।
प्रोग्राम की रूपरेखा को आगे बढ़ाते हुए प्रोग्राम के कन्वेनर बाल कृष्ण सिंह ने आए हुए अतिथि महोदय शिक्षकगण एवं विद्यार्थियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित वीके सिंह ने फार्मेसी के विद्यार्थियों को फार्मासिस्ट के महत्व को ही नहीं बताया बल्कि भविष्य में उनको मिलने वाले रोजगार पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि अब सरकार के नियमानुसार बिना शिक्षित फार्मासिस्ट के कोई व्यक्ति दवाई नहीं दे सकता और जल्द ही सरकार उन लोगों पर लगाम लगाने वाली है जो बिना डिग्री बिना शिक्षा के फार्मासिस्ट बने घूम रहे हैं या दवा देने का कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार अगर हम देखें तो आने वाले समय में उन विद्यार्थियों के लिए सुनहरा अवसर है जो अभी फार्मेसिस्ट फील्ड में है।
इस लिए जरूरी यह है कि हम मेहनत और ईमानदारी से अपनी शिक्षा और अपने लक्ष्य पर फोकस हो इसके साथ उन्होंने अपने 28 साल के कैरियर का अनुभव भी विद्यार्थियों से साझा किया।
उन्होंने बताया कि किस प्रकार एमआर की नौकरी से शुरूआत किया और आज 28 साल बाद उसी कंपनी के प्रेसिडेंट पद पर कर्यरत हैं, यह उनकी मेहनत और ईमानदारी का परिणाम है।
इस प्रकार उन्होंने न ही बच्चों को फार्मेसिस्ट दिवस के बारे में बताया बल्कि उनमें एक सफल फार्मासिस्ट होने की प्रेरणा भी जगाई।
वहीँ फार्मासिस्ट विभाग के विद्यार्थियों ने फार्मासिस्ट के फील्ड से जुड़ी हुई जानकारियां जैसे दवाइयों का रख-रखाव, दवाइयों को समय से लेना, दवाईयां हमारे शरीर में कैसे काम करती हैं आदि अनेक जानकारियों को पोस्टर के माध्यम से प्रस्तुत किया।
साथ ही फार्मेसी विभाग के हेड आदित्य सिंह ने बच्चों को एक फार्मासिस्ट के नैतिक कार्यो से अवगत कराया.
प्रोग्राम के अंत में कॉलेज के मैनेजिंग डायरेक्टर सशक्त सिंह ने मुख्य अतिथि को धन्यवाद ज्ञापित किया और उन्होंने बच्चों को फार्मासिस्ट दिवस की बधाइयां दी साथ ही एक अच्छे फार्मासिस्ट के गुण को भी विद्यार्थियों को बताया.
उनका कहना था कि डॉक्टर बीमारियों की पहचान करता है जबकि पहचानी गई बीमारियों को जड़ से मिटाने की दवा एक फार्मासिस्ट बनाता है इस प्रकार दोनों का अपना-अपना समाज में अहम स्थान है।
दोनों एक सिक्के के दो पहलू हैं अंत में उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर और फार्मासिस्ट दोनों को अपनी नैतिकता को ध्यान में रखते हुए समाज की जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए।
इस अवसर पर फार्मेसी विभाग के डीन जोहरी जी, अध्यापक संचालिका मिश्रा, स्वाति सिंह, बिंदु राठौर, डॉक्टर डॉ. संजय यादव, डॉ. नवनीत बत्रा, रजिस्ट्रार सुदेश तिवारी, असिस्टेंट रजिस्ट्रार हर्ष सिंह, अन्य शिक्षक गण स्टाफ उपस्थित रहा।