गोरखपुर (www.arya-tv.com) गोरखपुर जिले के कैंपियरगंज क्षेत्र में राप्ती नदी के बढ़या ठाठर घाट पर सेतु न होने से लगभग 50 गांवों के लोगों को मेंहदावल जाने के लिए कैंपियरगंज होकर जाना पड़ता था। वान, हिरुआ, मझौना, जगदीशपुर, हरखोरी, फरदहनी, लक्ष्मीपुर आदि गांवों के लोगों को 10 से 12 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती थी।
सेतु निर्माण हो जाने से उन गांवों की राह आसान हो गई है। पांच वर्षों में ऐसे ही जिले को आठ सेतु मिले हैं। हर सेतु ने लगभग 50 गांवों की दूरी कम की है। इस तरह लगभग चार सौ गांवों के लोगों की राह आसान हो गई है। आठ में छह नदी सेतु व दो रेल उपरिगामी सेतु (आरओबी) हैं। इनके निर्माण पर लगभग 1.41 अरब रुपये खर्च हुए हैं। नौ नए सेतुओं का प्रस्ताव भी सेतु निगम ने शासन को भेज दिया है।
पांच साल में पूरा हुआ आठ सेतुओं का निर्माण, मिली राहत
बढ़या ठाठर घाट पर सेतु निर्माण होने से कैंपियरगंज के विकास खंड भरोहिया के ग्राम पंचायत बान के एक टोला जलार निवासी नागरिकों को बड़ी राहत मिली है। यह टोला नदी के पार (संत कबीर नगर क्षेत्र में) था। वहां के नागरिकों को अपने ब्लाक, तसहील व थाना पर आने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ता था।
वहीं इस पार (गोरखपुर के कैंपियरगंज क्षेत्र) लक्ष्मीपुर, राखूखोर, लालपुर, चैतरिया, पचगवां आदि गांवों के किसानों की कुछ खेती नदी उस पार है। खेती करने के लिए नाव उन्हें उस पार जाना पड़ता था। साथ ही पीपीगंज, महावनखोर, नवापार आदि गांवों के लोगों को संत कबीर नगर के मेंहदावल बाजार जाने के लिए कैंपियरगंज होकर जाना पड़ता है। उन्हें 32 से 35 किलाेमीटर की दूरी करनी पड़ती थी। सेतु बन जाने से अब उनकी दूरी 10-12 किलोमीटर कम हो गई है। इसी तरह सभी सेतुओं के आसपास के गांवों की दूरियां कम हुईं। नागरिकों को बड़ी राहत मिली है।
तैयार हुए ये सेतु
सेतु लागत करोड़ में
राप्ती नदी के रकहट घाट पर 17.82
राप्ती नदी के बढ़या ठाठर घाट पर 14.62
आमी नदी के ठठौना घाट पर 12.32
आमी नदी के गाडर साहिबाबाद घाट पर 15.93
चिलुआताल में कोल्हुआ घाट पर 21.20
चौरीचौरा-गौरीबाजार के बीच आरओबी 32.02
सरदार नगर में आरओबी 27.17
भेजा गया इन सेतुओं के निर्माण का प्रस्ताव
नकहा-फर्टिलाइजर रोड पर रेल उपरिगामी सेतु, अनुमानित लागत- 77 करोड़, लंबाई- 1.021 किमी, चौड़ाई- 18.80 मीटर।
चौरीचौरा-मुंडेरा बाजार रोड पर रेल उपरिगामी सेतु, अनुमानित लागत- 60.99 करोड़, लंबाई- 948 मीटर, चौड़ाई- 11.5 मीटर।
खजांची चौराहे पर फ्लाईओवर, अनुमानित लागत- 109.22 करोड़, 1006 मीटर, चौड़ाई- 16.80 मीटर।
पीपीगंज-मानीराम रोड पर गांधी इंटर कालेज के सामने रेल उपरिगामी सेतु, अनुमानित लागत- 90.63 करोड़, लंबाई- 850 मीटर, चौड़ाई- 8.5 मीटर।
पैडलेगंज-ट्रांसपोर्ट नगर- महेवा तक फ्लाईओवर, अनुमानित लागत- 172.79 करोड़, लंबाई- 2.61 किमी, चौड़ाई- 11.5 मीटर।
राप्ती नदी पर पाली ब्लाक के सुगहना घाट पर सेतु, अनुमानित लागत- 36.40 करोड़, लंबाई- 334 मीटर, चौड़ाई- 8.5 मीटर।
कौड़ीराम-सिंहोरवा मार्ग पर राप्ती नदी के सिंहोरवा घाट पर सेतु, अनुमानित लागत- 42.79 करोड़, लंबाई- 364 मीटर, चौड़ाई- 8.5 मीटर।
पिपरौली ब्लाक के बलुईडाड़ा में राप्ती नदी पर सेतु, अनुमानित लागत- 41.61 करोड़, लंबाई- 364 मीटर, चौड़ाई- 8.5 मीटर।
चार सेतुओं का चल रहा निर्माण
कुआनो नदी पर बारीगांव-बनकटा सेतु का निर्माण 60 फीसद पूरा हो चुका है। साथ ही सरयू नदी पर कम्हरिया घाट पर बनने वाले सेतु का 95 फीसद निर्माण पूरा कराया जा चुका है। विभाग का दावा है कि मार्च तक ये दोनों सेतु तैयार हो जाएंगे। चंदाघाट पर सेतु का निर्माण पूरा हो चुका है, एप्रोच मार्ग बनाया जा रहा है। इसी माह इस पर आवागमन शुरू हो सकता है। बालापार-टिकरिया सेतु पर एक माह पहले काम शुरू हुआ है।
पांच वर्षों में आठ पुल तैयार हो गए हैं। उन पर आवागमन चालू हो चुका है। एक सेतु इसी माह व दो आगामी मार्च तक तैयार हो जाएंगे। नौ नए सेतुओं के निर्माण के लिए शासन में प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृत होते ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।