बरेली (www.arya-tv.com) स्वास्थ्य विभाग अब फाइलेरिया से लोगों के बचाव के अभियान में जुट गया है। 22 नवंबर से सात दिसंबर तक चलने वाले अभियान की कार्य योजना तैयार हो चुकी है। करीब 50.87 लाख आबादी को फाइलेरिया की दवा घर-घर पहुंचकर दी जाएगी।
नगरीय क्षेत्र में 13.72 लाख लोगों को दवा मिलेगी, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में 37.15 लाख आबादी को फाइलेरिया से बचाव की दवा दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन यानी व्यापक स्तर पर दवा देने के लिए 31.60 लाख आबादी का चयन ग्रामीण क्षेत्र में किया है। वहीं शहरी इलाके में 11.63 लाख लोग सर्वे के बाद में चुने गए हैं।
ग्रामीण व नगरीय क्षेत्र में टीम व सुपरवाइजर
क्षेत्र टीम सुपरवाइजर
ग्रामीण 2,533 425
नगरीय 938 158
आयुवर्ग के हिसाब से यह रहेगी खुराक
आयु वर्ग – खुराक डीईसी – एल्बेन्डाजोल
0 से दो वर्ष – शून्य – शून्य
दो से पांच वर्ष – एक गोली – एक गोली
छह से 14 वर्ष – दो गोली – एक गोली
15 वर्ष से अधिक – तीन गोली – एक गोली
फाइलेरिया के लक्षण
– तेज बुखार आना
– हाथ पैरों की नसों का फूलना या फिर गांठ पड़ जाना
– हाथ पैरों में सूजन आना, निजी अंग में सूजन होना
फाइलेरिया के कारण
फाइलेरिया रोग मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है। रोग जनित मच्छर घरों के बाहर गंदी नालियों, टूटे हुए डिब्बे आदि में पनपते हैं।
फाइलेरिया के बचाव
– घरों के आसपास पानी न जमा होने दें। रात के समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। नालियों में डीडीटी का छिड़काव करें। वहीं कूलर व अन्य सामान में पानी जमा न होने दें। समय पर दवा का सेवन करें।
क्या कहते हैं अधिकारीः जिला मलेरिया अधिकारी डा. देशराज सिंह ने बताया कि संचारी रोग के तहत अब आगामी 22 नवंबर से जिले में फाइलेरिया से बचाव को लेकर अभियान चलाया जाएगा। जिसकी कार्य योजना तैयार कर टीमें गठित कर दी गई हैं।