शिव महापुराण कथा का भव्य समापन

Lucknow
  • शिव कृपा, भावविभोर विदाई और आशीर्वाद का अमृत
  • दूर-दराज़ से पहुंचे श्रद्धालुओं ने बढ़ाई आयोजन की गरिमा

सरोजिनी नगर लखनऊ। रामलीला मैदान, हिंद नगर में आयोजित विशाल शिव महापुराण कथा का समापन दिवस अत्यंत भावुक, दिव्य और स्मरणीय रहा। ग्यारह दिवसीय इस पावन आयोजन के अंतिम दिवस पर श्रद्धा, भक्ति और शिव कृपा का ऐसा अद्भुत संगम देखने को मिला, जिसने प्रत्येक श्रद्धालु के हृदय में अमिट छाप छोड़ दी। परम पूज्य परम विद्वान प्रशांत प्रभु महाराज के दिव्य सान्निध्य में कथा का समापन हुआ। समापन दिवस की कथा में शिव महापुराण के सार, जीवन में धर्म, भक्ति, सेवा और वैराग्य के महत्व को अत्यंत भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया गया। महाराज श्री ने कहा कि शिव भक्ति का मार्ग आत्मशुद्धि, करुणा और लोककल्याण का मार्ग है, जो मनुष्य को जीवन के परम लक्ष्य तक ले जाता है। कथा समापन के अवसर पर शिव नाम संकीर्तन और भावपूर्ण आरती के साथ पूरा पंडाल “हर-हर महादेव” के जयघोष से गूंज उठा। अनेक श्रद्धालुओं की आंखें भावुक हो उठीं और वातावरण शिवमय हो गया।

  • दूर-दराज़ से पहुंचे श्रद्धालु बने आस्था का प्रमाण

इस पावन अवसर पर कथा की ख्याति से प्रेरित होकर दूर-दराज़ से श्रद्धालु विशेष रूप से पधारे, जिनमें वरिष्ठ पत्रकार बृजेश कुमार मिश्रा आर्य टीवी, आर्य प्रवाह,प्रीति सिंह एवं शशि सिंह की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। दोनों श्रद्धालुओं ने परम पूज्य महाराज श्री से आशीर्वाद प्राप्त कर स्वयं को धन्य बताया और आयोजन की भव्यता, व्यवस्था तथा आध्यात्मिक वातावरण की मुक्तकंठ से सराहना की।

  • रुद्र महायज्ञ एवं सेवा भाव का समापन

कथा के साथ निरंतर चल रहा रुद्र महायज्ञ भी समापन दिवस पर पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ। वैदिक मंत्रोच्चार एवं आहुतियों से सम्पूर्ण वातावरण दिव्यता, शांति और सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण रहा।

  • अनुकरणीय आयोजन एवं उत्कृष्ट व्यवस्थाएं

यह दिव्य शिव महापुराण कथा 15 दिसंबर से 25 दिसंबर 2025 तक प्रतिदिन सायं 4:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक सफलतापूर्वक संपन्न हुई। कथा उपरांत नित्य भंडारे एवं महाप्रसाद की व्यवस्था ने सेवा और समर्पण का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। इस विराट आयोजन को साकार रूप देने में मुख्य यजमान सर्वेश तिवारी एवं सुमन तिवारी का योगदान अत्यंत प्रशंसनीय रहा। कार्यक्रम मुख्य संरक्षक राजेश्वर सिंह विधायक, सरोजनी नगर के संरक्षण, कथा अध्यक्ष मधु यादव के मार्गदर्शन तथा मुख्य व्यवस्थापक रंजना मिश्रा के कुशल प्रबंधन में अत्यंत सफल और अनुकरणीय सिद्ध हुआ। समापन अवसर पर आयोजन समिति ने समस्त श्रद्धालुओं, सहयोगियों एवं धर्मप्रेमी जनता के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कथा केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि शिव चेतना का जीवंत महोत्सव थी, जो लंबे समय तक श्रद्धालुओं के हृदयों में जीवित रहेगी।