(www.arya-tv.c0m) सरकार की ओनरशिप पर चलने वाली कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड BSNL को बीते दिनों एक बड़े डेटा लीक का शिकार होना पड़ा. वहीं, अब सरकार ने भी इस डेटा लीक की बात स्वीकार कर ली है. भारत सरकार ने पुष्टि की है कि इस साल मई के महीने में लाखों बीएसएनएल यूजर्स का डेटा लीक हो गया है. इसकी के साथ लोगों की पर्सनल जानकारी भी लीक होने का खतरा बढ़ गया था.
दरअसल, हैकर्स ने इस साल के मई महीने में BSNL के सिस्टम में सेंध लगाकर बड़ी मात्रा में डेटा चोरी कर लिया था. इस डेटा में यूजर्स के नाम, एड्रेस, फोन नंबर और बाकी पर्सनल जानकारियां शामिल होने की बात सामने आई थी. खतरे की बात ये है कि चोरी हुए डेटा का इस्तेमाल साइबर अपराधी फ्रोड,पहचान छुपाने चोरी करने या फिर गैर-कानूनी गतिविधियों के लिए कर सकते हैं. शुरुआत में डेटा लीक को लेकर कोइ भी बयान सामने नहीं आया था लेकिन अब सरकार ने इसकी जानकारी दे दी है.
क्या क्या कदम उठा रही है सरकार?
सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही साथ लोगों को सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधि की जानकारी देने के लिए कहा है. इसके अलावा, सब्सक्राइबर्स को अपने ऑनलाइन पासवर्ड्स को तत्काल बदलने की सलाह भी दी है. साथ ही साथ अनजान नंबरों से आने वाले कॉल्स से सावधान रहने के लिए भी कहा गया है. डेटा सुरक्षा को लेकर उचित कदम उठाने की भी जरूरत है. लीक्ड डेटा की मदद से हैकर्स यूजर्स को अपना शिकार बना सकते हैं. ऐसे में अगर आपके साथ किसी भी संदिग्ध लेनदेन की स्थिति में तुरंत बैंक से संपर्क करें और जागरूक रहें.