- इनोवेशन एट द क्रॉसरोड्स – फार्मासिस्ट, एआई और रोगी देखभाल का भविष्य’ विषय पर विशेषज्ञों ने रखे विचार
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में 8 नवंबर को इंडियन फार्मेसी ग्रेजुएट्स एसोसिएशन (IGPA), उत्तर प्रदेश राज्य शाखा एवं फार्मास्युटिकल साइंसेज़ विभाग, बीबीएयू के संयुक्त तत्वावधान में ‘इनोवेशन एट द क्रॉसरोड्स- फार्मासिस्ट, एआई और रोगी देखभाल का भविष्य’ विषय पर आईपीजीए (IPGA) के 37वें एकदिवसीय वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में देशभर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के लगभग 1500 शिक्षकों, शोधकर्ताओं एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि के तौर पर ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया, डॉ. राजीव सिंह रघुवंशी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त विशिष्ट अतिथि के तौर पर सीबीएमआर, लखनऊ के निदेशक डॉ. आलोक धवन, आईसीएमआर, नई दिल्ली की वैज्ञानिक-जी डॉ. तरुणा मदन, आईपीजीए अध्यक्ष डॉ. अतुल नासा, सचिव डॉ. अरुण गर्ग, स्थानीय आयोजन समिति अध्यक्ष डॉ. दीपेन्द्र सिंह, कार्यक्रम समन्वयक प्रो. आकाश वेद, आयोजन सचिव डॉ. प्रणय वाल तथा सह-संयोजक प्रो. पी.एस. रजनीकांत मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि एवं ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया, डॉ. राजीव सिंह रघुवंशी ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि एआई मानव की व्यक्तिगत समझ, अनुभव और निरीक्षण की जगह नहीं ले सकता। साथ ही उन्होंने बताया कि दवा नियंत्रण विभाग देशवासियों को सुरक्षित और प्रभावी दवाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
विशिष्ट अतिथि एवं सीबीएमआर, लखनऊ के निदेशक डॉ. आलोक धवन ने बायोमेडिकल क्षेत्र में एआई के उपयोग पर जानकारी साझा की और एक इंटरेक्टिव कार्यशाला भी आयोजित की।
आईसीएमआर, नई दिल्ली की वैज्ञानिक-जी डॉ. तरुणा मदन ने कीनोट सत्र के दौरान एआई आधारित दवा खोज (AI-driven drug discovery) और स्मार्ट फार्मेसी प्रैक्टिस विषय पर प्रकाश डाला।
मोटिवेशनल स्पीकर, उद्यमी, TEDx स्पीकर, एवं ऑफिशियल स्टार्टअप इंडिया डेलीगेट सचिन राजाराम कुम्भोजे , आईपीजीए अध्यक्ष डॉ. अतुल नासा, सचिव डॉ. अरुण गर्ग, स्थानीय आयोजन समिति अध्यक्ष डॉ. दीपेन्द्र सिंह, कार्यक्रम समन्वयक प्रो. आकाश वेद, आयोजन सचिव डॉ. प्रणय वाल तथा सह-संयोजक प्रो. पी.एस. रजनीकांत ने भी फार्मेसी से जुड़े विभिन्न विषयों पर प्रतिभागियों को संबोधित किया।
इस एकदिवसीय सम्मेलन के दौरान मौखिक और ई-पोस्टर प्रस्तुतियाँ, वैज्ञानिक सत्र, पैनल चर्चा और उन्नत शोध एवं अत्याधुनिक अनुसंधान प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। जिसमें फार्मास्युटिकल विज्ञान, दवा विकास, नैदानिक अभ्यास और स्वास्थ्य सेवा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता विषय पर विशेष चर्चा हुई। साथ ही प्रतिभागियों द्वारा भेजे गये सारांशों (Abstracts) में से चयनित सारांशों को सम्मेलन की स्मारिका सह एब्स्ट्रैक्ट बुक में प्रकाशित किया गया, जिसका विमोचन उद्घाटन समारोह में किया गया।
इस अवसर पर ‘कैम्पस टू कॉरपोरेट: फार्मा में एआई का समावेश’ विषय पर पैनल चर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें विशेषज्ञ के तौर पर असिस्टेंट ड्रग्स कंट्रोलर (इंडिया), डॉ. अजय सचान, सीएसआईआर-सीडीआरआई के पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ. पी.एम.एस. चौहान, रेसीफार्म, बैंगलोर के उपाध्यक्ष, डॉ. बालासुब्रमण्यम जगदीश, जीएमएन कॉलेज, अंबाला के प्रधानाचार्य प्रो. रोहित दत्त, डी.वाई. पाटिल यूनिवर्सिटी, मुंबई के प्रिंसिपल प्रो. राकेश सोमानी यूपीयूएमएस, सैफई की पूर्व डीन प्रो. कमला पाठक तथा इंडियन फार्मास्युटिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आर.एन. गुप्ता उपस्थित रहे।
