(www.arya-tv.com) . राजधानी लखनऊ को एक नया पर्यटन स्थल मिलने जा रहा है. यह पर्यटन स्थल कोई पिकनिक स्पॉट नहीं बल्कि अलीगंज में स्थित राम भक्त हनुमान का प्राचीन मंदिर है. इसके इतिहास के बारे में स्वर्गीय इतिहासकार डॉ. योगेश प्रवीन ने लिखा है कि इस मंदिर का निर्माण 6 जून 1783 को किया गया था.
यह मंदिर नवाबी काल का है. नवाब सआदत अली खान की मां जनाब आलिया की जब कोई संतान नहीं थी, तो उन्होंने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा करना शुरू की. तब मंगलवार के दिन ही नवाब सआदत अली खान का जन्म हुआ, इसलिए उन्हें बचपन में मंगलू कहते थे. ऐसे में आलिया ने महावीर हनुमान मंदिर का निर्माण कराया.
उपमुख्यमंत्री आज करेंगे शिलान्यास
ट्रस्ट के सचिव राजेश पांडेय ने बताया कि यह मंदिर एक पर्यटन स्थल बनने जा रहा है. सरकार की इस पर मुहर लग चुकी है. इसके मुख्य गेट का निर्माण शुरू होने जा रहा है. बुधवार को इसके गेट का शिलान्यास कराया जाएगा. पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को इसके लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन वह व्यस्त होने की वजह से अब उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक इसका शिलान्यास करेंगे.
मंदिर को मिला नया रूप
पहले इस मंदिर के पास कोई गेट नहीं था. लोगों को पता नहीं चलता था कि यहां पर कोई प्राचीन मंदिर भी है. आसपास लोगों का कब्जा हुआ करता था. जर्जर गेट बना था जिसमें कभी भी हादसा होने की संभावनाएं बनी रहती थी. यही वजह है कि अब कब्जे को हटा दिया गया है. पुराने सभी गेट को तोड़ दिया गया है. नए गेट का शिलान्यास होने जा रहा है और मंदिर को नया रूप दिया जा रहा है.
मंदिर में इतना कुछ है खास
इस मंदिर में हनुमान के अलावा सभी देवी देवताओं की प्रतिमाएं हैं. एक बड़ा तालाब है. पीछे गौशाला है. एक बेहद प्राचीन पेड़ भी है जिसकी पूजा अर्चना लोग करते हैं. इस मंदिर में घंटी बांधने से लोगों की मुरादें पूरी होती हैं. बड़े मंगल पर यहां सबसे ज्यादा भीड़ होती है. पर्यटन स्थल बनने से भक्तों को यहां काफी सहूलियत होगी और यहां पर मंदिर में दान करने की सुविधा भी ऑनलाइन है.