इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले को सोची समझी घटना बताया. उन्होंने कहा कि इसकी जितनी निंदा की जाए वह कम है मगर साथ-साथ उन्होंने खुफिया एजेंसियों को और सुरक्षा एजेंसियों पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि जानकारी में आया है कि बाकायदा आईडी चेक करके तब उन लोगों को मारा गया इसका मतलब वह पूरे इत्मीनान से आए थे.
उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को कोई खौफ नहीं था जहां उन्हें शुबहा हुआ, वहां उन्होंने लोगों के कपड़े तक उतरवा कर देखें यह इत्मीनान उन पर कहां से आया? सुरक्षा एजेंसी क्या कर रही थीं, पर्यटकों की सुरक्षा के क्या इंतजाम थे?
मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि इस पूरे मामले में पाकिस्तान का हाथ समझा जा रहा है और जहां तक मुझे भी महसूस हो रहा है कि पाकिस्तान का ही हाथ है. ऐसे में हर तरह के ताल्लुकात पाकिस्तान से फौरी तौर पर देश हित में खत्म करना चाहिए और केवल आतंकवादियों के पर ही कार्रवाई नहीं होनी चाहिए उनके पीछे कौन है? मास्टरमाइंड कौन है? इन्हें किसने भेजा था, इस सब की भी जांच होनी चाहिए.
मौलाना ने कहा कि पाकिस्तान से अगर आतंकवादी आए हैं तो पाकिस्तान से बड़ा मुसलमान का दुश्मन कोई नहीं हो सकता. पाकिस्तान हिंदुस्तान का दुश्मन है यह एक बात है, मगर मुसलमान का वो डबल दुश्मन है क्योंकि उसकी हर हरकत की जवाबदेही हिंदुस्तान के मुसलमान को देनी पड़ती है वह चाहते हैं कि उनकी हरकत से हिंदू उग्र होकर हमलावर हो जाएं. इसका मतलब सोची समझी साजिश के तहत यह हमला हुआ है, पाकिस्तान से राजदूत को वापस बुलाया जाए और यहां पर उसकी एंबेसी बंद होनी चाहिए.