(www.arya-tv.com) काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में क्लर्क की नौकरी दिलाने के नाम पर एक व्यक्ति के साथ 2 लाख रुपए की धोखाधड़ी हो गई। आरोपी खुद को मैथ का प्रोफेसर बताकर BHU के रिक्रूटमेंट ऑफिस के ठीक बाहर ही एक आदमी को चूना लगाकर फरार हो गया। लंका थाने की पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने पहले अपने बेटे के लिए शादी के रिश्ते की बात की। फिर, होने वाले समधी के बेटे को BHU में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 4 लाख की मांग की, मगर दो लाख एडवांस मिलते ही फरार हो गया।
चितईपुर के रहने वाले चंद्रशेखर सिंह इस ठगी के शिकार हुए हैं। उनका कहना है कि BHU में जहां रिक्रूटमेंट सेल है होलकर भवन, वहां पर बुलाकर उससे पैसे लिए गए और कहा गया कि आपके बेटे की BHU में क्लर्क की नौकरी पक्की है। अब बाकी के दो लाख रुपए जमा कर देना तब अप्वाइंटमेंट लेटर दे दिया जाएगा।
इस तरह से घटी घटना
चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि 12 मई को वह लंका चौराहे स्थित रविदास गेट पर अपने बेटी की शादी के बारे में बात कर रहे थे। आरोपी उन्हीं के पीछे खड़ा होकर उनकी बात सुन रहा था। इसके बाद आरोपी ने खुद को डॉक्टर सुधीर कुमार सिंह नाम का BHU स्थित साइंस फैकल्टी में मैथ का प्रोफेसर बताया। पूछा कि आपकी बिरादरी क्या है। चंद्रशेखर ने बताया कि वह क्षत्रिय है, इस पर यदि आपको बुरा न लगे तो मेरे पास अच्छा रिश्ता है। उसने कहा कि मेरा बेटा मुंबई में नेवी में जॉब करता है। यदि आपकी लड़की पसंद आ जाएगी तो हम अपने बेटे से शादी करा देंगे। फोन नंबर एक्सचेंज हो गया। परेशान बाप ने दो दिन बाद हामी भर दी। 14 मई को आरोपी ने चंद्रशेखर को फोन करके बताया कि BHU में क्लर्क की भर्ती निकली है। 4 लाख रुपए में भर्ती हो जाएगी। नौकरी के पहले दो लाख और उसके बाद दो लाख रुपए देने होंगे। ये पैसे होलकर भवन में ही देना होगा। चंद्रशेखर को भरोसा हो गया। जालसाज ने चंद्रशेखर को डॉक्यूमेंट्स और दो लाख रुपयों के साथ होलकर भवन में बुलाया और डॉक्यूमेंट्स के साथ पैसे लेकर अंदर चला गया। कुछ देर बाद वहां से बाहर निकला और बोला कि मेरी बात हो गई है । बाकी पैसा ज्वाइनिंग के बाद दे दीजिएगा।
ठग ने फर्जी आवास का दिया एड्रेस
ठग ने चंद्रशेखर बताया, ”मेरा मीरा नगर कालोनी में आवास है। वहां शाम को आइए, बैठकर आराम से बात होगी।” चंद्रशेखर अपने बेटे लक्की सिंह के साथ मीरा नगर कालोनी पहुंचे। उस एड्रेस पर कोई भी डॉ. सुधीर सिंह नाम के प्रोफेसर का घर नहीं था। फोन कई बार ट्राई किया, लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ था। काफी खोज-पड़ताल किया गया, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। इसके बाद चंद्रशेखर पहुंचे लंका थाना, जहां पर उन्होंने मुकदमा लिखवाया। लंका थाना के प्रभारी निरीक्षक लंका अश्वनी पांडेय ने कहा कि मोबाइल नंबर और CCTV कैमरे के द्वारा आरोपी की तलाश की जा रही है।