(www.arya-tv.com) तमिलनाडु में बुधवार को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य कर्मियों के निधन की घटना पर शोक जताते हुए विपक्षी दलों ने गुरुवार 12 सांसदों के निलंबन को लेकर अपना प्रदर्शन पूरी तरह बंद रखा। विपक्षी दलों का यह शांत रुख पूरे दिन राज्यसभा के बाहर भी नजर आया और अंदर भी।
29 नवंबर को शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र में आज पहला मौका रहा जब विपक्षी दलों ने 12 सांसदों के निलंबन को लेकर पूरे दिन कोई प्रदर्शन नहीं किया और सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चली। संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना स्थल पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के आह्वान के बाद विपक्ष ने यह रुख अपनाया।
खड़गे ने कहा कि हमने (विपक्षी दल) एकमत से फैसला लिया है कि गैरकानूनी होने का बावजूद सांसदों के निलंबन के फैसले के खिलाफ अपना प्रदर्शन निलंबित करेंगे। हमने अपना प्रदर्शन हादसे में मारे गए सीडीएस जनरल रावत, उनकी पत्नी मधूलिका रावत और बाकी 11 रक्षा कर्मचारियों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करने के लिए केवल आज के लिए निलंबित किया है।
उन्होंने कहा था कि इसमें सरकार या विपक्ष का कोई सवाल नही है, हम उन रक्षा अधिकारियों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते आए हैं जिन्हें देश के लिए लड़ाई की है। हम सदन की कार्यवाही में भी हिस्सा लेंगे। बता दें कि वायु सेना का एक एमआई-17 हेलिकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु में नीलगिरि और कोयंबटूर के बीच कुन्नूर में एक दुर्घटना का शिकार हो गया था।
12 सांसदों को संसद के पिछले मानसून सत्र के दौरान अनुशासनहीनता के आरोप में मौजूदा शीतकालीन सत्र से निलंबित किया गया है। विपक्षी दल इस फैसले को संवैधानिक रूप से गलत और मनमाना बता रहे हैं और निलंबन के निर्णय को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर विपक्षी पार्टियों का विरोध-प्रदर्शन संसद के सत्र की शुरुआत के साथ ही जारी है।