(Arya News Lucknow)Kaushal
उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारी महासंघ के संरक्षक लल्लन पाण्डेय ने ईको गार्डन के मैदान में आयोजित चेतावनी रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकारें श्रमिक विरोधी हैं और कॉरपोरेट घराने के इशारे पर कार्य कर रही हैं। वहीं ईको गार्डन मैदान में बने मंच से लल्लन पाण्डेय ने प्रदेश सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि श्रमिकों के सामने सरकार के थोपे जाने वाले निर्णय नहीं चलेंगे। वर्तमान में चल रही सरकारें श्रमिकों के विरुद्ध नीतियां बनाने का कम रही हैं और अब उनकी यह चालाकी नहीं चलने वाली .
उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन नीति के लिए सरकार विचार करे वहीं कहा की हमें नई पेंशन नीति स्वीकार नहीं है। पाण्डेय ने कहा कि सरकारे कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए उनके इशारे पर कार्य कर रही है। अगर पेंशन का धन शेयर मार्केट में भेजा जायेगा और कल के समय मार्केट नीचे आ जायेगा तो उसके लिए जवाब देहीं किसकी होगी।अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एसपी सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली एक राष्ट्रीय समस्या है जिसे हर कर्मचारियों ने इसको लेकर उच्चतम न्यायालय द्वारा भी मत व्यक्त किया गया है।
यदि सरकार द्वारा इसका अनुपालन नहीं किया गया तो यह माना जायेगा कि देश में न्याय का राज्य समाप्त हो गया है।उन्होंने कहा कि हर विभाग में आउटसोर्सिंग के तहत लोगों को भर्ती किया जा रहा है। सरकार की यह नीति रोजगार देने के लिए उचित पहल है. लेकिन आउटसोर्सिंग पर रखे गये लोगों को ना ही हर माह समय पर वेतन मिल पा रहा है और ना ही उनके ठेकेदार उनकी चिंता ही कर रहे हैं।
वही रैली के मंच से वक्ताओं की कड़ी में उप्र फेडरेशन मिनिस्टीरियल असोशिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राधारानी, स्वायतशासी कर्मचारी महासंघ के प्रदेश मंत्री चन्द्रशेखर, संविदा डेली वेजेस वर्कचार्ज कर्मचारी महासंघ के सत्य नारायण त्रिपाठी, पेंशनर्स असोशिएशन के अमरनाथ यादव, जल संस्थान कर्मचारी महासंघ के संरक्षक नीबूलाल, माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा. ओपी शर्मा, प्राथमिक शिक्षक संघ के यशपाल, पीडब्लूडी कर्मचारी संघ के सुरेन्द्र लाल श्रीवास्तव, इंजीनियर्स महासंघ के अध्यक्ष शैलेन्द्र दूबे समेत विभिन्न लोग शामिल रहे।