वाराणसी में दीपमाला उत्सव के लिए मंच तैयार, दिखेगी भारतीय संस्कृति की झलक

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(www.arya-tv.com) श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण उत्सव की तैयारी पूरी हो गई। मंच के साथ की कलाकार भी तैयार हो गए हैं। सोमवार को लघु भारत की झांकी दिखाने के लिए को विभिन्न संगठनों के कलाकारों ने रविवार को दिनभर अभ्यास करते नजर आए। समाज की ओर से होने वाली प्रस्तुतियाें के साथ ही पारंपरिक वेशभूषा को लेकर अंतिम रूप दिया गया। 

शहर की हृदय स्थली दीपमाला सजेगी। विभिन्न प्रांतों के कलाकार व परिवार अपनी पारंपरिक वेशभूषा में दीप माला सजाएंगे। दक्षिण भारतीय समाज नाद स्वरम् प्रस्तुत करेगा। बंगीय समाज ढाक की थाप के बीच उलू व शंख ध्वनि गूंजेगी तो मिथिला की झिझिया भी नजर आएगी। इसके साथ ही बौद्ध, सिख, जैन धर्म के महापुरुषों की झांकी भी सजेगी। राजस्थान का कालबेलिया, महाराष्ट्र का लावणी, पंजाब का भांगड़ा-गिद्दा तो गुजरात का गरबा- डांडिया झूमने को विवश कर जाएगा।

रविवार को मिथिला समाज के कलाकारों ने झिझिया लोकनृत्य की तैयारी की। दक्षिण भारतीय समाज नाद स्वरम् व वेदघोष को लेकर रणनीति बनाते दिखे। वहीं सुबह ए बनारस की ओर से सप्तर्षियों के प्रतीक सात विद्वान ब्राह्मण बटुक की ओर से आरती के पक्षों पर चर्चा की गई। अग्रसेन युवा मंच की ओर कलाकरों ने भरतनाटयम और शिवतांडव की प्रस्तुति का अभ्यास किया। बंग समाज की ओर शंख, ढाक और उलू ध्वनि का अभ्यास कलाकारों ने किया।

बीएचयू के एनएसएस के छात्रों की ओर से एक नुक्कड नाटक शिव की काशी- स्वच्छ काशी को प्रस्तुत किया जाएगा। नमामि गंगे की टीम गंगा निर्मल गंगा के महत्व को पेश करेगी। इसी तरह अन्य समाज की ओर से कार्यक्रम की तैयारी होती रही।

इनकी होगी प्रस्तुति

वेदपाठ : श्याम शास्त्री, बटुक शास्त्री, अरविन्द शास्त्री, पवन शास्त्री, कमलेश शास्त्री, जे. बुद्ध शर्मा। श्रीलंका जम्बूद्वीप बौद्ध मठ प्रभारी भिक्षु के सिरी सुमेध थेरो के नेतृत्व में तिब्बती वाद्य यंत्र 2 ज्ञालिन, 2 शंख भिक्षु खेम्बो सोनम योडेन, भिक्षु लावांग दुन्दुप, भिक्षु फुरबा चँवाग, भिक्षु नारदेंन लामा, भिक्षु ठिनले नीमा, भिक्षु चोवेल शेरपा, भिक्षु दानदुल वांगयेल। मैथिल समाज कि प्रस्तुती झिझिया लोकनृत्य जया राय और सुरभि के नृत्य निर्देशन में मौली जायसवाल, नव्या सैगल, प्रिया साहनी, अंशिका मिश्रा, कीर्ति दास। जैन समाज की ओर से प्रो. फूलचंद्र जैन प्रेमी, प्रो. अशोक जैन, विजय कुमार जैन, सौरभ जैन, संजय गर्ग, डा. मुन्नी जैन, भाविका जैन,

अनिल जैन, कृष्णकांत जैन, तरुण जैन, अरूण जैन, डा. आनंद जैन। बंग समाज की ओर से चंद्रनाथ मुखर्जी, सर्वाणी धारा, सोमेन दत्ता, तनुश्री मुखर्जी, सोमा दत्ता, चंद्रा चटर्जी, अनिता राय, जक्षन्ती चटर्जी, तपती चटर्जी, श्रावंती गोस्वामी, शिवानी दास, सोमा भट्टाचार्य, रिसीका मुखर्जी, कुणाल धारा, रितुन दे, सुमित भट्टाचार्य, पिंकु मुखर्जी, डा. सुभाष चंद्र भट्टाचार्या, तरूण कुमार मुखर्जी।

राजेश शुक्ला गंगा सेवक संयोजक नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक नमामि गंगे की टीम गंगा स्वच्छता के लिए सबको प्रेरित करेगी। सप्तर्षियों के प्रतीक सात विद्वान ब्राह्मण बटुक सुबह-ए-बनारस के तत्वावधान में आरती करेंगे। लाट भैरव डमरू दल की प्रस्तुति होगी। माहेश्वरी समाज के गौरव राठी के नेतृत्व में महिलाएं व पुरुष राजस्थान की माटी को याद करते हुए छटा बिखेरेंगी और स्वच्छता का संदेश देंगी।