(www.arya-tv.com)श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच भी राजनीतिक उथल पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। श्रीलंका के सबसे बड़े विपक्षी दल समागी जाना बालवेगया (SJB) का कहना है कि वो सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। इसके साथ राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे पर भी महाभियोग चलाने के लिए तैयार है।
दूसरी तरफ, श्रीलंका के केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को अपनी ब्याज दरों को दोगुना कर दिया। आर्थिक संकट की वजह से देश में महंगाई अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। देश के पास इंपोर्ट का भुगतान करने के लिए बहुत कम पैसा बचा है।
श्रीलंका संकट से जुड़े बड़े अपडेट्स
- विपक्षी नेता साजिथ प्रेमदासा ने कार्यकारी अध्यक्ष पद समाप्त करने की मांग करते हुए पूरे राजपक्षे परिवार का इस्तीफा मांगा है।
- राष्ट्रपति गोटबाया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए राजधानी कोलंबो में लोगों ने बड़ी संख्या मार्च निकाला।
- इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीलंका में चावल, चीनी और दाल जैसी चीजों के लिए 3 गुना भुगतान करना पड़ रहा है।
- श्रीलंका में भारत के हाई कमिश्नर गोपाल बागले ने शुक्रवार को कोलंबो में एक इफ्तार का आयोजन किया।
अली साबरी ने एक बार फिर श्रीलंका के वित्तमंत्री पद संभाल लिया है। इससे पहले उन्होंने नियुक्ति के 24 घंटे में ही पद छोड़ दिया था। उनके बाद कोई और ने इस पद के लिए आगे नहीं आया, इसलिए उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में बने रहने का फैसला किया।
श्रीलंका में भारत के हाई कमिश्नर गोपाल बागले का कहना है कि भारत श्रीलंका के लिए दोस्ती का हाथ आगे बढ़ता रहेगा। दोनों देशों के बीच का रिश्ता बहुत ही खास है।
श्रीलंका में आर्थिक संकट की टाइमलाइन
श्रीलंका में पिछले एक महीने से आर्थिक संकट बना हुआ है। श्रीलंका में रुपए की कीमत में तेजी से गिरावट आ रही है और देश 51 अरब डॉलर के कर्ज में डूब गया है। आइए जानते हैं कि पिछले एक हफ्ते में श्रीलंका में क्या कुछ हुआ..- गोटबाया सरकार ने 1 अप्रैल को देश में इमरजेंसी लगाई। इसके बाद से ही इसका भारी विरोध शुरू हुआ।
- इमरजेंसी के बीच 3 अप्रैल की रात राजपक्षे की पूरी कैबिनेट ने इस्तीफा दे दिया।
- 5 अप्रैल को श्रीलंका ने नॉर्वे, इराक और ऑस्ट्रेलिया में अपने दूतावास अस्थायी रूप से बंद किए।
- राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने 5 अप्रैल को ही आधी रात में इमरजेंसी को खत्म किया।
- नाराज लोगों ने चीन के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन शुरू किए, जो लगातार जारी हैं।