- महाराजगंज जिले से आलोक के बारे में इनपुट मिला था
- पुलिस अभी कोई भी बात स्पष्ट बताने से मना कर रही
- (www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रदेश भाजपा कार्यालय के गेट नम्बर दो पर मंगलवार को महराजगंज की महिला ने आग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। बुधवार को सिविल अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस बीच इस मामले में पूर्व राज्यपाल के बेटे आलोक को पुलिस ने हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि रात करीब दो बजे गोमतीनगर आवास से कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष आलोक प्रसाद को उठा ले गई। हजरतगंज कोतवाली में पूछताछ किया जा रहा है।
दरअसल, भाजपा प्रदेश कार्यालय के गेट नम्बर दो पर मंगलवार दोपहर को महिला ने खुद को आग लगा लिया था। जिसके बाद से महिला का इलाज हजरत गंज के सिविल हॉस्पिटल में बर्न यूनिट में चल रहा था। करीब 24 घंटे के बाद महिला ने 7:15 मिनट पर इलाज दौरान दम तोड़ दिया।
पूर्व राज्यपाल के बेटे को पुलिस ने हिरासत में लिया
महिला की मौत के बाद पुलिस ने इस मामले में पूर्व राजपाल के बेटे आलोक कुमार को उकसाने के आरोप में हिरासत में लिया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार महिला के संपर्क में पूर्व राज्यपाल सुखदेव प्रसाद के बेटे आलोक कुमार संपर्क में थे। लखनऊ के हजरत गंज कोतवाली में आलोक से पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस को महाराजगंज से आलोक के बारे में इनपुट मिला था। फिलहाल पुलिस अभी कोई भी बात स्पष्ट बताने से मना कर रही।
क्या है पूरा मामला?
मृतक महिला अंजली के पास मिले एक पत्र में लिखा है कि, उसकी पहली शादी 2014 में महराजगंज के अखिलेश तिवारी से हुई थी। करीब चार साल तक दोनों साथ रहे, फिर मनमुटाव होने पर अलग हो गए। इसके बाद वह आसिफ के संपर्क में आई। उसने धर्म बदलकर आयशा नाम रख लिया और आसिफ से निकाह कर लिया। आसिफ के साथ वह दो-तीन साल रही। आसिफ काम के सिलसिले में सऊदी अरब चला गया। वह आसिफ के घरवालों के साथ रहना चाहती थी, लेकिन उन्होंने साथ रखने से इनकार कर दिया। इससे परेशान महिला ने पुलिस से शिकायत की, लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिली। इसके बाद वह मुख्यमंत्री से मिलने लखनऊ आई। यहां भी मुलाकात न हो पाने पर उसे कोई रास्ता नहीं दिखा तो आत्मदाह की कोशिश की थी। आरोप है कि आसिफ के परिजन लगातार महिला को प्रताड़ित कर रहे थे। प्रताड़ना से परेशान होकर महिला ने विधानसभा के सामने ज्वलनशील पदार्थ डालकर खुद को आग लगा ली थी। इससे पहले लखनऊ पुलिस ने पूरी जानकारी के लिए पुलिस की एक टीम महराजगंज भेजी गई है।