(www.arya-tv.com) जयपुर में टैंकर ब्लास्ट हादसे को 3 दिन से ज़्यादा का समय बीत चुका है। जहां हादसा हुआ था, वहां के हालातों में अभी तक कोई सुधार नहीं है। इस बात को लेकर लोगों में भारी रोष है। लोग जल्द ही ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार चाहते हैं।
हादसे में जिनकी गाड़ियां जलीं, उन पीड़ितों का कहना है कि जान बची ये बड़ी बात है। जहां हादसा हुआ, उससे 200 मीटर की दूरी पर पाइप फैक्ट्री है। वहां भी नुकसान हुआ है।
पुलिस कमिश्नर ने गठित की SIT
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने ब्लास्ट मामले की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया है। डीसीपी वेस्ट अमित कुमार बुडानिया के निकट पर्यवेक्षण में पांच सदस्यों की इस SIT का गठन किया गया है। ये टीम प्रकरण के अनुसंधान और जांच की प्रगति को लेकर आला अधिकारियों को समय–समय पर अवगत कराएगी।
ड्यूटी के लिए निकली थीं अनीता मीणा
इस दर्दनाक हादसे में RAC चतुर्थ बटालियन में पदस्थापित महिला कांस्टेबल अनीता मीणा की भी दर्दनाक मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार, अनीता मीणा चैनपुरा में ड्यूटी के लिए निकली थीं. कांस्टेबल अनिता मीणा जिस बस में बैठी थीं, वो बस भी अजमेर हाईवे पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास एलपीजी गैस टैंकर ब्लास्ट का शिकार हो गईं। इस हादसे में अनीता की दर्दनाक मौत हो गई। इतना ही नहीं, हादसे के दौरान अनीता इतनी बुरी तरह जल चुकी थी कि उनकी पहचान बिछिया और नेल पॉलिश से हुई।
अब तक 9 शवों की पहचान हुई
जयपुर टैंकर ब्लास्ट में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। कुल 14 शवों में से 9 की पहचान हुई है, जबकि 5 अभी भी अज्ञात हैं। पुलिस उनकी पहचान के प्रयास कर रही है।