(www.arya-tv.com) बीते सप्ताह पृथ्वी पर सूर्य ग्रहण लगा. यह कई मायनों में खास था क्योंकि इस बार ग्रहण के दौरान ‘रिंग ऑफ फायर’ की खगोलीय घटना देखने को मिली. यह ऐसी स्थिति होती है, जब ग्रहण के दौरान चांद पूरी तरह से सूरज के बीच में आ जाता है और उसके चारों तरफ से कुछ रौशनी निकलती हुई दिखती है. इस खगोलीय घटना से भारत के लोग वंचित रह गए क्योंकि जब यह हुई तब सूरज पृथ्वी के दूसरे हिस्से यानी अमेरिका व कनाडा की तरफ था. अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इस दौरान एक ऐसी पिक्चर को भी खींचा, जो इस वक्त आकर्षण का केंद्र बनीं हुई है.
डीप स्पेस क्लाइमेट ऑब्जर्वेटरी (DSCOVR) पर नासा के अर्थ पॉलीक्रोमैटिक इमेजिंग कैमरे द्वारा ली गई तस्वीर उस क्षण को कैप्चर करती है, जब चंद्रमा सूर्य के साथ एक लाइन में होकर पृथ्वी पर छाया डालता है. 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण के दौरान जब चंद्रमा सूर्य के सामने से गुजर रहा था, तो इसने पृथ्वी पर एक छाया डाली. DSCOVR, NASA, NOAA और अमेरिकी वायु सेना के एक संयुक्त उपग्रह ने पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किलोमीटर की दूरी से यह तस्वीर खींची है.नासा ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट (पहले ट्विटर) पर लिखा, ‘सालाना सूर्य ग्रहण की एक शानदार तस्वीर, करीब 1.5 मिलियन किलोमीटर की दूरी से चंद्रमा की छाया या उपछाया टेक्सास के दक्षिण पूर्वी तट पर पड़ती हुई देखी गई. डीएससीओवीआर उपग्रह पर ईपीआईसी उपकरण ने 14 अक्टूबर को यह तस्वीर खींची.
’क्या है DSCOVR जिसने खींची अद्भुत तस्वीर?
नासा की वेबसाइट के अनुसार, डीएससीओवीआर, “एक अंतरिक्ष मौसम स्टेशन है, जो सौर हवा में परिवर्तन पर नजर रखता है. अंतरिक्ष मौसम अलर्ट और भू-चुंबकीय तूफानों के लिए पूर्वानुमान प्रदान करता है, जो बिजली ग्रिड, उपग्रह, दूरसंचार, विमानन और जीपीएस को बाधित कर सकते हैं.”