दमानी और उनके साथियों की हो गई बैड मॉर्निंग! आज सुबह-सुबह खो दिए 20,800 करोड़ रुपये, किसने दिया झटका

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(www.arya-tv.com)जरा फर्ज कीजिए आप सुबह-सुबह चाय पीने बैठे और ठीक से दिन की प्‍लानिंग की भी नहीं, उससे पहले ही करीब 21 हजार करोड़ का फटका लग जाए. सुनकर ही दिल थाम लिया न, लेकिन यह ‘हादसा’ आज सुबह शेयर बाजार के बिग बुल राधाकिशन दमानी और उनके दोस्‍तों के साथ पेश आया है. उनकी कंपनी एवेन्‍यू सुपरमार्ट लिमिटेड जिसे आप डीमार्ट (DMart) के नाम से जानते हैं, आज सुबह ही इसके शेयरों में बड़ी गिरावट दिखी. इसका नुकसान कंपनी के प्रमोटर्स को उठाना पड़ा और हजारों करोड़ की पूंजी घंटेभर में स्‍वाहा हो गई.

दमानी और उनके परिवार के सदस्‍यों के अलावा अन्‍य प्रमोटर्स की इस कंपनी में 74.65 फीसदी हिस्‍सेदारी है. कंपनी ने पिछले दिनों अपनी दूसरी तिमाही के रिजल्‍ट घोषित किए, जिसे देश निवेशकों को निराशा हुई और उन्‍होंने बिकवाली शुरू कर दी. देखते ही देखते घंटेभर के अंदर कंपनी के शेयर 9.37 फीसदी टूट गए और लोअर सर्किट लग गया. कंपनी के शेयर भी टूटकर 4,143.60 रुपये के भाव पर आ गए.

कितने का हुआ नुकसान
स्‍टॉक में लोअर सर्किट लगने से खुदरा निवेशकों को तो नुकसान हुआ ही, कंपनी में 3 चौथाई हिस्‍सेदारी रखने वाले प्रमोटर्स को सबसे ज्‍यादा खामियाजा भुगतना पड़ा. यही कारण रहा कि महज घंटेभर में ही दमानी, उनके परिवार के सदस्‍यों और अन्‍य प्रर्वतकों ने 20,800 करोड़ रुपये गंवा दिए. प्रमोटर्स की हिस्‍सेदारी जो कल तक 2.22 लाख करोड़ रुपये से ज्‍यादा थी, आज गिरकर 2.01 लाख करोड़ के आसपास आ गई.

सबसे सस्‍ता फिर भी क्‍यों घाटा
डीमार्ट को सबसे सस्‍ता ग्रोसरी आइटम बेचने वाले स्‍टोर के तौर पर जाना जाता है, फिर भी चालू वित्‍तवर्ष की दूसरी तिमाही में बिक्री घटने का अनुमान है. ग्रॉसरी फॉर्मेट में ऑनलाइन कंपनियों के कंप्‍टीशन बढ़ने का असर डीमार्ट के बिजनेस पर दिख रहा है. यही कारण है कि एनालिस्‍ट ने कंपनी के स्‍टॉक को होल्‍ड पर रखने या खरीदने का अनुमान लगाया है. लांग टर्म में ये स्‍टॉक 10 फीसदी गिरावट पर जा सकते हैं.

आगे क्‍या है एनालिस्‍ट का अनुमान
आईसीआईसीआई सिक्‍योरिटीज का कहना है कि कंपनी का रेवेन्‍यू दूसरी तिमाही में 14 फीसदी घट गया है. इतना ही नहीं कंपनी के स्‍टोर में लोगों के आने की संख्‍या में भी 1 फीसदी गिरावट आई है, जो पिछली तिमाही में 4 फीसदी उछाल पर थी. सबसे ज्‍यादा परेशानी कंपनी के Ebitda को लेकर है, जो आपरेटिंग खर्चे बढ़ने की वजह से 30 फीसदी डाउन हो गया है. फिलहाल ब्रोकरेज ने इसके स्‍टॉक को ‘एड’ के बजाय ‘रिड्यूस’ कैटेगरी में डाल दिया है.