(ARYA TV) इसे विभाग की उदासीनता कहें या अपने ही अधिकारियों की कमी शारदा नगर द्वितीय वार्ड जो पहले शारदा नगर में ही आता था अब यह क्षेत्र दो वार्डों में विभाजित कर दिया गया, जिसमें क्षेत्र की आम जनता के लिए एक भी सामुदायिक केन्द्र नहीं बना है। यह विषय आज के समय में बहुत ही गंभीर है। इस क्षेत्र में सामुदायिक केन्द्र की मांग पूर्व में पार्षद रही संवारी चौधरी के समय से ही हो रही थी पर आज तक यह मांग पूरी नहीं हो पायी। इसको लेकर क्षेत्र की गरीब जनता में आक्रोश है।
रोज सुबह जब क्षेत्रवासी पार्षद के पास अपने कार्य के लिए आते हैं तो एक बार सामुदायिक केन्द्र के बारे में जरूर चर्चा करते हैं। हर बार पार्षद रामनरेश के सामने सिर्फ इंतजार करिये के सिवा कोई जवाब नहीं होता है। इसी के साथ ही पार्षद प्रतिनिधि अमरनाथ शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में एक भी सरकारी डिग्री कॉलेज न होने के कारण गरीब छात्र—छात्राओं को दूर के विद्यालयों में पढ़ने के लिए जाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि राम भरोसे डिग्री कॉलेज की प्रक्रिया पिछले कई वर्षों से चल रही है पर अभी सफलता नहीं मिल पायी है।
इसके साथ ही पार्षद राम नरेश रावत ने मशीन से सफाई को लेकर अपनी राय रखी और कहा कि मशीन से सफाई सिर्फ बड़ी सड़कों पर ही संभव है जो गलियां छोटी हैं या सकरी हैं वहां पर मशीन से सफाई कार्य संभव नहीं है। नगर निगम को पहले कुछ वार्डोें में इसका प्रयोग करने के बाद इस बारे में कुछ निर्णय लेना चाहिए था।