गोरखपुर में 3 माफिया का सरेंडर:पुलिस माफियाओं के खिलाफ चला रही अभियान

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(www.arya-tv.com)  सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान ‘माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे’ के बाद गोरखपुर में भी माफियाओं पर ताबड़तोड़ एक्शन शुरू हो गया है। गोरखपुर के सुपर कॉप कहे जाने वाले SP सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई की सटीक प्लानिंग से पुलिस का माफियाओं पर ऐसा प्रेशर हुआ कि वे खुद ही अपनी जमानत तोड़कर सरेंडर कर जेल जाने लगे।

बीते दिनों यहां माफिया अजीत शाही, सुधीर सिंह के अलावा राकेश यादव ने सरेंडर किया और जमानत कैंसिल कराकर जेल चले गए। जबकि, फरार माफिया विनोद उपाध्याय सरेंडर की कोशिश में लगा है।दो दिन पहले वो सरेंडर करने बस्ती पहुंचा था। लेकिन, पुलिस की गिरफ्तारी के डर से माफिया कामयाब नहीं हो सका और फिर फरार हो गया।

जारी है माफियाओं के खिलाफ अभियान
SP सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई का कहना है, माफियाओं के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी है। फरार माफियाओं पर इनाम घोषित कर उनकी तलाश की जा रही है। साथ ही माफियाओं के जमानतदारों और मददगारों की लिस्ट भी तैयार करा ली गई है। कोई भी माफिया किसी भी हाल में बचने नहीं पाएगा।

15 साल से नगर निगम की जमीन पर माफिया का था कब्जा
SP सिटी ने बताया, पुलिस और नगर निगम की टीम ने जेल में बंद माफिया अजीत शाही के 14.73 करोड़ के अवैध कब्जे पर बुलडोजर चला कर ध्वस्त कर दिया। बेतियाहाता दक्षिणी में लखनऊ हाइवे पर माफिया ने 31 डिस्मिल (1250 वर्ग मीटर) भूमि पर पिछले 15 साल से अवैध कब्जा जमाया था। जबकि, इससे पहले माफिया सुधीर सिंह की भी करोड़ों की संपत्ति जब्त की जा चुकी है।

नगर निगम ने दर्ज कराया मुकदमा
जमीन पर अवैध कब्जा जमाने वाले माफिया अजीत शाही पर नगर निगम ने कैंट थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया है। नगर निगम की तहरीर पर माफिया अजीत पर धारा 419, 420, 467, 468, 471, 474, 447, सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984-3 और 4 में मुकदमा दर्ज किया गया है।

शातिर अजीत शाही बनाम सफेदपोश अजीत वीर विक्रम सिंह
माफिया अजीत शाही का शहर में गाड़ी खींचने का भी काम चलता है। माफिया का कई बैंक से टाइअप है। इसके गुर्गे गुंडागर्दी भी करते हैं। पुलिस की जांच में एक बात और सामने आई है कि माफिया नाम बदलकर अजीत वीर विक्रम सिंह नाम से कारोबार करता है। वोटर आईडी में माफिया का नाम अजीत और पिता का नाम रामजी है।

जबकि, इंदिरा नगर लखनऊ के पते पर बने आधार कार्ड में माफिया ने नाम अजीत वीर विक्रम सिंह पिता का नाम रामजी सिंह दर्शाया है। गीडा थाने में एसआई आलोक कुमार राय की