(www.arya-tv.com) कानपुर हिंसा और विवादित बयानों को लेकर उत्तर प्रदेश के संवेदनशील जिलों में विशेष अलर्ट किया गया है। एलआईयू और इंटेलिजेंस भी अलर्ट हैं। यह भी निर्देश दिए गए हैं कि मिश्रित आबादी और संवेदनशील हैं जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहे।
लखनऊ से पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरीके से अलर्ट रहकर सावधानी बरती जाए। विवादित बयान और सोशल मीडिया को लेकर भी कड़ी निगरानी की जाए, किसी भी कीमत पर माहौल नहीं बिगड़ना चाहिए।
UP के 13 जिले संवेदनशील
यूपी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार 13 जिलों में विशेष अलर्ट किया गया है। इन जिलों में लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, फैजाबाद, प्रयागराज, अलीगढ़, मुरादाबाद, बरेली, रामपुर, सहारनपुर, मेरठ, बिजनौर, और बुलंदशहर शामिल हैं। इनके अलावा अन्य सभी जिलों में भी पुलिस को सुरक्षा संबंधी कड़े निर्देश दिए गए हैं।
जुमे के दिन कड़ी रहे सुरक्षा व्यवस्था
शासन में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी जिलों के डीएम, पुलिस अधीक्षक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शुक्रवार को जुमे के दिन किसी भी स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
नमाज के समय शांतिपूर्ण माहौल रहे। सोशल मीडिया और विवादित बयान यदि कोई भी देता है तो ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाए। बता दें कि कानपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद ही हिंसा हुई।
बुलडोजर की कार्रवाई धीमी
पैगम्बर मोहम्मद साहब पर भाजपा नेता द्वारा दिए गए बयान के बाद कानपुर में जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़की। इससे पहले दिन में कानपुर में कई इलाकों में बाजार बंद रहे। कानपुर में जब शरारती तत्वों ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया तो उस दिन कानपुर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा यूपी की राज्यपाल और सीएम योगी आदित्यनाथ भी कानपुर में थे।
अधिकारियों को गोपनीय ढंग से कहा गया है कि बुलडोजर की कार्रवाई फिलहाल धीमी की जाए। कहीं भी कोई ऐसा मामला नही घटित हो जिससे किसी भी समुदाय में नाराजगी या आक्रोश फैले।
धार्मिक स्थल और बाजारों में कड़ी रहे सुरक्षा
लखनऊ से सभी जिलों के लिए यह कहा गया है कि धार्मिक स्थलों, सार्वजनिक स्थल, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे,शिक्षण संस्थान और बाजारों में पुलिस फोर्स का मूवमेंट अधिक रहे। जो संवेदनशील स्थान हैं वहां रैपिड एक्शन फोर्स के अलावा पीएसी और स्थानीय पुलिस फोर्स अधिक से अधिक गश्त करे।