(www.arya-tv.com) आगरा में मानसून के आते ही एक थाने की पुलिस परेशान हो जाती है। चंबल के बीहड़ में बने थाने की पुलिस मानसून के दौरान खौफ में रहती है। ये खौफ बदमाशों का नहीं बल्कि बिच्छुओं का होता है। बारिश शुरू होते ही थाना परिसर में बिच्छू निकलने लगते हैं। इनकी संख्या रोज 8-10 होती है। कभी ये बिच्छू पुलिसकर्मियों के जूते तो कभी उनकी वर्दी पर चिपके मिलते हैं।
आगरा मुख्यालय से करीब 70 किमी दूर पिनाहट के थाना मनसुखपुरा में बारिश का मौसम पुलिस वालों के लिए परेशानी लेकर आता है। मनसुख पुरा थाना चंबल के बीहड़ में है। राजस्थान का धौलपुर भी इससे सटा है। ऐसे में बीहड़ की चिकनी मिट्टी में बिच्छुओं की भरमार है। बारिश होते ही बिच्छू मिट्टी में बने बिलों से बाहर निकल आते हैं। इन्हें पकड़ने के लिए कॉन्स्टेबल की ड्यूटी लगाई जाती है।रोज 8-10 बिच्छू निकल रहे
पुलिसकर्मी कहते हैं कि शाम होते ही थाना परिसर में बिच्छू रेंगने लगते हैं। ऐसे में शाम होते ही थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों की निगाह बार-बार आसपास जमीन पर जाती रहती है। इन दिनों बारिश होने के बाद थाने में बिच्छू निकलने लगे हैं। हर दिन कम से कम 8 से 10 बिच्छू निकल रहे हैं। थाने में तैनात पुलिसकर्मी बिच्छू दिखते ही उसे पकड़ने में लग जाते हैं। बिच्छुओं के लिए थाने में एक मटका रखा है। इस मटके में ही बिच्छुओं को डाला जाता है। जब मटके में 8-10 दिन में 50-60 बिच्छू हो जाते हैं तो इस मटके को बीहड़ में ले जाकर वहां छोड़ दिया जाता है।
नाइट ड्यूटी में पुलिसकर्मियों को ज्यादा खतरा
रात को अंधेरा होने पर बिच्छुओं का खतरा बढ़ जाता है। थाने में बने आवास में रहने वाले पुलिसकर्मियों के जूते और वर्दी पर कई बार बिच्छू मिले हैं। ऐसे में बिच्छू के काटने का डर बना रहता है। कई बार तो बिच्छू पुलिसकर्मियों को काट चुके हैं। ऐसे में रात को पुलिस कर्मी और हवालात में बंद लोग चौकन्ने रहते हैं। बिच्छू पकड़ने के लिए थाने में एक बड़ा चिमटा भी है।
बताया गया है कि धौलपुर से सटे इस इलाके में कई दशक पहले दस्यु गिरोह का खौफ था। चंबल के बीहड में मान सिंह, मोहर सिंह, तहसीलदार सिंह, माधौ सिंह दस्यु गिरोह रहते थे। डकैतों के चलते ही मनसुख पुरा थाना बनाया गया था। अब डकैत तो पुलिस को परेशान नहीं करते, लेकिन बिच्छू पुलिस के लिए बड़ी मुसीबत हैं।