संसद में पेश किए गए संविधान (130वां संशोधन) विधेयक, 2025 को लेकर विपक्ष ने केंद्र सरकार पर तीखे हमले शुरू कर दिए हैं. समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने सरकार पर लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट होता जा रहा है कि सरकार सारे अधिकार अपने हाथों में रखना चाहती है.
सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा, ‘जहां संविधान सशक्तिकरण की बात करता है, वहीं सरकार उसे कमजोर करने पर तुली हुई है. इस संशोधन विधेयक की प्रस्तुति से साफ है कि सरकार घबराई हुई है और अधिकतम शक्तियां अपने पास रखना चाहती है. अब लोग समझ चुके हैं कि यह सरकार लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ है.’
डिंपल यादव ने सरकार पर लगाए आरोप
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि केंद्र सरकार का मकसद जनता और राज्यों के अधिकारों को सीमित करना है. समाजवादी पार्टी का मानना है कि इस तरह के संशोधनों से संघीय ढांचा कमजोर होगा और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर सीधा असर पड़ेगा.
विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार ‘सुधार’ और ‘प्रशासनिक दक्षता’ के नाम पर संवैधानिक मूल्यों को कमजोर करने की कोशिश कर रही है. डिंपल यादव ने इसे खतरनाक प्रवृत्ति बताते हुए कहा कि जनता अब जागरूक है और सरकार के इरादों को समझ चुकी है.
घोसी सांसद राजीव राय ने क्या कहा?
वहीं समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले लंबित होने की स्थिति में पद से हटाने से जुड़े तीनों विधेयकों का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि यह संविधान की हत्या करने का प्रयास है. आज विपक्ष को घेरा जा रहा है और छोटी राजनीतिक पार्टियों को खत्म करने की साजिश रची जा रही है.
धीरे-धीरे हर वह आवाज़, जो सरकार के खिलाफ बोलेगी, उनके नियंत्रण में आ जाएगी. राजीव राय ने आरोप लगाया कि सरकार ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग कर राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई कर रही है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि समाजवादी पार्टी इस ‘काले कानून’ का समर्थन किसी भी हाल में नहीं करेगी