(www.arya-tv.com) प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के कब्जे से मुक्त कराई जमीन पर बने 76 फ्लैट्स की चाबी शुक्रवार को बेघर लोगों को सीएम योगी ने सौंप दी है। यह फ्लैट्स उन लोगों को आवंटित किए गए हैं, जो अब तक किराए के घर में रहकर गुजर-बसर कर रहे थे। इन फ्लैट्स के आवंटन पत्र मिलने पर पात्रों की आंखों से आंसू छलक पड़े।
राजरूपपुर की रहने वाली रजनी चौरसिया फ्लैट की चाबी पाते ही मां को पकड़कर रोने लगीं। रजनी कहती हैं, “मेरी मां और पिता जी की पूरी जिंदगी किराए के दो कमरे में बीत गई। हमने कभी सोचना नहीं था कि खुद का घर होगा। हम खुशी-खुशी परिवार के साथ रह पाएंगे। लेकिन, योगी आदित्यनाथ ने हमारे सपने को पूरा किया है। अब हम अपने घर में अपनी बाकी की जिंदगी परिवार के साथ हंसी-खुशी बिता सकेंगे।”
अब मुझे कोई काम वाली बाई कहकर नहीं बुलाएगा- सुनीता
सुनीता देवी लोगों के घरों में काम करके परिवार का खर्च चलाती हैं। शुक्रवार को उनके फ्लैट के बाहर लोगों की भीड़ जमा थी। वह अपने रिश्तेदारों और परिचित लोगों को अपने मकान के बाहर लगे नेम प्लेट को दिखा रही थी। जिस पर उनका नाम लिखा हुआ था।
सुनीता कहती हैं, “पहले लोग काम वाली बाई कहकर बुलाते थे, लेकिन अब मुझे कोई इस नाम से नहीं बुला पाएगा। लोग मुझे मकान मालकिन कहकर बुलाएंगे। अब मैं अपने घर में शान से रह सकूंगी। इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद देती हूं।”
फ्लैट की चाबी मिली तो विश्वास नहीं हुआ कि मुझे घर मिल गया- स्मृति
स्मृति दुआ भी अभी तक परिवार के साथ किराए के मकान में रहती थीं। लेकिन अब वह भी अपने घर की मालकिन हो गईं हैं। वह कहती हैं, “फ्लैट की चाबी देने के लिए मंच से जब मेरा नाम पुकारा गया, तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ। हाथ में जब चाबी मिली तो सोचने लगी। थोड़ी देर बाद जाकर एहसास हुआ कि ये कोई सपना नहीं बल्कि हकीकत है।
अब मैं किराए के घर में नहीं खुद के फ्लैट में रहूंगी। सीएम ने हम लोगों से कहा है कि इस घर को हमेशा साफ सुथरा रखना। किसी भी स्थिति में इस घर को बेचना नहीं। हम लोग उनके भरोसे को कभी नहीं तोड़ेंगे।”