(www.arya-tv.com) देवबंद विधानसभा क्षेत्र के गांव कुलसत में रहने वाले विशाल और फिरदौस की प्रेम कहानी आखिरकार एक नए मोड़ पर पहुंची. दोनों ने जाति और धर्म की बाधाओं को तोड़ते हुए शादी कर ली. पिछले तीन साल से एक-दूसरे से गहरे प्यार में बंधे विशाल और फिरदौस ने रिश्ते को विवाह में बदलने का निर्णय लिया, लेकिन उनके परिवार इस रिश्ते को स्वीकारने के लिए तैयार नहीं थे, क्योंकि फिरदौस मुस्लिम और विशाल सनातनी थे.
जब परिवारों ने उनके रिश्ते को मंजूरी नहीं दी, तो विशाल और फिरदौस ने रात के अंधेरे में घर से भागकर अपना जीवन एक साथ बिताने का फैसला किया. इस कदम के बाद, फिरदौस के परिवार ने विशाल पर दुष्कर्म का झूठा आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया. हालात से निपटने के लिए दोनों ने कोर्ट में जाकर शादी कर ली. लेकिन जब वे घर लौटे, तो दोनों के ही परिवारों ने उन्हें स्वीकार नहीं किया.
शिव मंदिर में शादी
इसके बाद, हिंदू संगठन के सदस्यों ने उन्हें सहारा दिया और शिव मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से उनकी शादी करवाई. फिरदौस ने विशाल का साथ देने के लिए हिंदू धर्म में आस्था जताई और अपना नाम बदलकर ‘नव्या’ रख लिया. हिंदू संगठनों ने इस प्रेम कहानी में एक परिवार की तरह भूमिका निभाई और उन्हें आशीर्वाद दिया.