लखनऊ। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और शिवसेना के बीच तकरार बढ़ती ही जा रही है। मुंबई स्थित कंगना रनौत के दफ्तर पर बीएमसी की जेसीबी चलने और तोड़फोड़ के बाद से कंगना और भी ज्यादा आक्रामक हो गई हैं। कंगना ने ट्वीट के जरिए बिना नाम लिए उद्धव ठाकरे को वंशवाद का नमूना बताया है और साथ ही शिवसेना को सोनिया सेना बताया है।
गुरुवार को अपने लेटेस्ट ट्वीट में कंगना ने कहा, ‘जिस विचारधारा पर बाला साहेब ठाकरे ने शिव सेना का निर्माण किया था, आज वो सत्ता के लिए उसी विचारधारा को बेच कर शिव सेना से सोनिया सेना बन चुके हैं। जिन गुंडों ने मेरे पीछे से मेरा घर तोड़ा, उनको सिविक बॉडी मत बोलो, संविधान का इतना बड़ा अपमान मत करो।’
ट्वीट कर कंगना ने बोला हमला
कंगना ने एक और ट्वीट किया जिसमें उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना बड़ा हमला बोला। उन्होंने लिखा, ‘तुम्हारे पिताजी के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं, मगर सम्मान तुम्हें खुद कमाना पड़ता है, मेरा मुंह बंद करोगे मगर मेरी आवाज मेरे बाद सौ फिर लाखों में गूंजेगी, कितने मुंह बंद करोगे? कितनी आवाज़ें दबाओगे? कब तक सच्चाई से भागोगे तुम कुछ नहीं हों सिर्फ़ वंशवाद का एक नमूना हो।’
कंगना के साथ खड़ी हुईं साध्वी प्राची
कंगना रनौत के आॅफिस में तोड़ फोड़ के बाद देशभर से उन्हें समर्थन मिल रहा है। लोग उनकी फोटोज शेयर कर रहे हैं। इसी बीच विश्व हिंदू परिषद की फायरब्रांड नेता साध्वी प्राची भी कंगना रनौत के साथ खड़ी हो गई हैं। साध्वी प्राची ने कहा कि सुशांत सिंह के लिए न्याय मांगने वाली कंगना रनौत आज पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुईं हैं। सुशांत मामले में 45 दिन तक महाराष्ट्र में एफआईआर तक नहीं दर्ज हो पाई। पालघर में अब तक संतों को न्याय नहीं मिल पाया। वहीं पीएनसी की टीम आती है, एक घंटे का नोटिस देती है और तीन घंटे में कंगना के आॅफिस को धराशायी कर देती है।
साध्वी का चैलेंज अवैध मस्जिदों को कब तोड़ेगी सरकार
साध्वी ने कहा कि सोनिया गांधी की गोद में बैठे उद्धव ठाकरे और उनकी सरकार से मैं पूछना चाहती हूं कि महाराष्ट्र में 200 से ज्यादा मस्जिदें और मजारें अवैध हैंं। न जाने कितनी बिल्डिंगे अवैध हैं। मातोश्री लीज पर है। मिसेज बाड्रा का शिमला में बंगला है उसकी जांच होनी चाहिए। जाकिर नाईक दाउद सोनिया गांधी की गोद मेें बैठी हुई सरकार के दामाद लगते हैं? महाराष्ट्र में जो इतना सारा अवैध निर्माण है इस पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो ये साफ हो जाएगा कि महाराष्ट्र की सरकार पालघर के संतों को न्याय नहीं दिला पाई और न ही सुशांत केस में न्याय हो उसके लिए कोई प्रयास कर रही है।
साध्वी ने कहा कि उद्धव सरकार किसी न किसी शिखंडी को बचाने का प्रयास कर रही है महाराष्ट्र में जल्द से जल्द राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए। नहीं तो सोनिया गांधी की गोद में बैठी ये सरकार किसी बड़े हिंदुवादी नेता की हत्या भी करा सकती है।