(www.arya-tv.com)राजस्थान रोडवेज प्रशासन जल्द ही तीर्थनगरी पुष्कर से वाराणसी, उज्जैन और मथुरा के लिए सीधी बस सेवा शुरू करेगा। इन रूटों के बारे में जानकारी और नक्शा तैयार करने के लिए मुख्य प्रबंधकों काे निर्देश दिए गए हैं। रोडवेज जल्द ही यहां पर बस सेवा शुरू करने जा रहा है। यह कहना है रोडवेज के प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष नवीन जैन का।
वह गुरुवार काे अजमेर के दाैरे पर थे। यहां उन्होंने सबसे पहले सेंट्रल बस स्टैंड का दाैरा किया। निरीक्षण के दौरान वहां पर पैनल बोर्ड पर काफी जाले लगे हुए थे। जहां से स्विच काे ऑन-ऑफ किया जा रहा था वहां पर लगा पत्थर टूटा था। इसे लेकर उन्होंने नाराजगी जताते हुए सही करने या बदलने के लिए कहा है। जिस कमरे में अधिकारी डयूटी कर रहे थे वहां की स्थिति भी सही नहीं थी।
इस कारण उसे दुरुस्त कराने के लिए कहा। निरीक्षण के दौरान कर्मचारियों ने कहा कि यहां पर छत काफी खराब है। बरसात में पानी आ जाता है। ऐसे में काम में परेशानी हाेती है। उन्होंने जल्द इसे दुरुस्त करने की बात कही। उन्होंने कहा कि 3 जून काे रोडवेज शुरू हाेने पर पहले दिन 3 हजार लाेगाें ने यात्रा की। आज उनका पूरा फाेकस डीजल और प्रति बस आय पर है।
रोडवेज में जाे भी चाेरी हाेती है वह इसी से पकड़ सकते हैं। कम राजस्व देने वाली बसाें की सूची प्रतिदिन ली जाती है। इस मौके पर सीबीएस के मुख्य प्रबंधक अनिल पारीक, अजयमेरू के सुदीप शर्मा, अजमेर के पदम चंद जैन, सीपीएम पंकज वर्मा, प्रबंधक यातायात बलवंत सिंह, भरत राव, बहादुर सिंह पीपराेली, कार्यवाहक प्रबंधक संचालक देवेन्द्र भाटी, राेमेश यादव, महेन्द्र सिंह राठाैड़ सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
एमडी ने जानकारी नहीं देने पर जताई नाराजगी
राेडवेज में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से नई बिल्डिंग बनाई जानी है। इस मामले काे लेकर किसी अधिकारी ने उन्हें जानकारी नहीं दी इसे लेकर वह नाराज दिखे। रोडवेज काे पहचान मिले इसके लिए वह स्वयं जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित से चर्चा करने गए।
बाहर काम करते ताे क्या इतने पैसे मिलते
निरीक्षण के दौरान वहां काम काे लेकर कर्मचारियों ने शिकायत दी। इस पर एमडी ने कहा कि सरकार इतना पैसा दे रही है। रोडवेज के पास पैसा नहीं है फिर भी आपकाे परिवार का सदस्य मानती है। लाेग कहते हैं रोडवेज की बसें सही नहीं हैं इस कारण इसमें नहीं बैठेंगे। इस भ्रांति काे मिटाना हाेगा। यदि बाहर कहीं काम करते ताे क्या इतने पैसे मिलते। यही साेचाे की आज एक नहीं दाे बसें ठीक करेंगे ताकि यात्रियों काे सुविधा मिल सके।
टाटा की बसाें के लिए बनेगा अलग कक्ष
निरीक्षण के दौरान वर्कशॉप में केवल लीलैंड कंपनी के उपकरण ठीक हाेने की व्यवस्था थी। इस पर उन्होंने कहा कि टाटा की 850 नई बसें आई है। ऐसे में उनके लिए क्या बाद में कक्ष बनेगा। जयपुर मुख्यालय और वर्कशॉप के अधिकारियों काे उन्होंने यहां व्यवस्था शुरू करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान टायर प्लांट के निकट टायर के टुकड़े और प्लास्टिक का ढेर देख वह खासे नाराज हुए। यहां जरा सी चिंगारी विनाश का कारण बन सकती है।
अब तक 10 हजार 855 मोक्ष कलश भेजे गए
एमडी ने बताया कि रोडवेज से अब तक 10 हजार 885 मोक्ष कलश भेजे जा चुके हैं। अस्थि कलश के साथ 21 हजार 313 परिजनों काे यात्रा करवाने के लिए 511 बसें लगाई गई। सबसे बड़ी बात ताे यह रही कि इस दौरान एक भी रोडवेज के कारण संक्रमित नहीं हुआ।