(AryaTv-Lucknow):Kaushal
उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडु ने कहा है कि थिएटर को पुनर्जीवित करने तथा इसे शिक्षा एवं मनोरंजन का एक प्रमुख रूप बनाए जाने की जरूरत है।
यह वही थेयटर है जिसमे कठपुतली, नौटंकी रामलीला, सहित अन्य न जाने कितनी विधाए है जिनके जरिये उन लोगो को जागरूक किया जाता है जहाँ भौतिक सुविधाओ की पहुँच नही है
आज भी चुनाव के समय ग्रामीण जनता को मतदान जागरूकता एवं अपने मतदान के अधिकार आदि जैसे जागरूकता अभियान के लिए थेयटर का ही सहारा लिया जाता है.
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हालांकि ऐसा माना जाता है कि थिएटर का अस्तित्व अपने मूल रूप में वैद्धिक युग में भी था.
यह बता उन्होंने सुविख्यात नाटककार श्री डी.पी. सिन्हा द्वारा लिखे गए हिंदी नाटकों का अंग्रेजी अनुवाद पुस्तक ‘टू क्लासिकल प्लेज फ्राम इंडिया’ का विमोचन करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा.