जल भराव और जर्जर भवन को लेकर समीक्षा बैठक हुई: नगर आयुक्त

Lucknow
  • जल भराव और जर्जर भवन को लेकर समीक्षा बैठक हुई: नगर आयुक्त

(www.arya-tv.com)नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया कि लखनऊ नगर निगम सीमान्तर्गत आने वाले समस्त पीएचसी/सीएचसी सेंटर के क्षतिग्रस्त पहुुंच मार्गों एवं गत दिनों भारी बरसात से कुकरैल बैरल सं0-03 से बैरल सं0-09 तक स्थित आबादी के क्षेत्र में कुकरैल नदी के बैक फ्लो से जल भराव की स्थिति उत्पन्न होने तथा नगर क्षेत्र स्थित जर्जर भवन इत्यादि के सम्बन्ध में अपर नगर आयुक्त, मुख्य अभियंता एवं समस्त अधिशासी अभियंताओं के साथ समीक्षा बैठक की गयी। बैठक के उपरान्त मुख्य अभियन्ता(सिविल) एवं समस्त अधिशासी अभियन्ताओं को निर्देशित किया गया कि –
1- नगर क्षेत्रातर्गत समस्त पीएचसी/सीएचसी सेेंटर के क्षतिग्रस्त पहुुंच मार्गों सहित अन्य समस्त क्षतिग्रस्त मार्गो के मरम्मत कार्य प्रत्येक दशा में एक सप्ताह के अंदर कार्य पूर्ण करा लिया जाय।
2- 14 जून को भारी बरसात से कुकरैल बैरल सं0-03 से बैरल सं0-09 तक स्थित आबादी के क्षेत्र में कुकरैल नदी के बैक फ्लेा से जल भराव की स्थिति होने के उपरान्त पुनः इसकी पुर्नावृति रोकने के लिए सम्बन्धित अधिशासी अभियन्ता को निर्देशित किया गया कि कुकरैल बैरल सं0-03 स्थित सिंचाई विभाग के गेट को हाईड्रोलिक गेट मे परिवर्तित किये जाने एवं बैरल सं0-4, 5, 6, 7 व 8 इत्यादि जो कि लो0नि0वि0 के सीडी 1 द्वारा निर्मित कराये गये है और वर्तमान मे क्रियाशील नहीं है, को तत्काल सिंचाई विभाग एवं लो0नि0वि0 से समन्वय कर तत्काल क्रियाशील कराया जाना सुनिश्चित किया जाय। उक्त के अतिरिक्त बैरल सं0-3 एवं 4 पर अतिरिक्त 83 बड़े डीजल वीटी पम्प स्थापित किये जाने के भी निर्देश दिये गये।
3- नगरिया नाले पर स्थित खुला बंधा के पास कोई बाढ़ पम्पिंग स्टेशन स्थित न होने के कारण गोमती नदी मे बाढ़ आने की स्थिति मे पम्पिंग कार्य हेतु किराये पर बड़े पम्प लिये जाने के निर्देष दिये गये है।
4- पूर्व में हुई वर्षा के कारण जिन-जिन नालों के प्रवाह मे अवरोध उत्पन्न हुये हो उन्हें तत्काल दो दिन के अंदर साफ कराये जाने हेतु समस्त अधिशासी अभियंताओं को निर्देश दिये गये।
5- नगर निगम के सीमान्तर्गत आने वाले जर्जर भवन का निरीक्षण/परीक्षण कर तत्काल उन्हें सुरक्षित किये जाने तथा सुरक्षित न होने की दशा में उनको गिराने हेतु नोटिस की कार्यवाही किये जाने हेतु समस्त अधिशासी अभियंताओं को निर्देश दिये गये।