(www.arya-tv.com) कानपुर के जाजमऊ थाने की पुलिस ने सपा विधायक इरफान सोलंकी के चाचा इश्तियाक सोलंकी समेत चार लोगों के खिलाफ रंगदारी और धमकाने की रिपोर्ट दर्ज की है। आरोप है कि 6 मई को एक प्लॉट पर कब्जा करने की नीयत से विधायक के चाचा अपने लोगों के साथ गए थे। उन्होंने ने युवक से कहा, यह प्लॉट मेरे नाम लिख दो। नहीं तो तुम जान से मार दिए जाओगे।
इश्तियाक सोलंकी की आपराधिक हिस्ट्री खंगाल रही पुलिस
बजरिया थाना क्षेत्र के बेगमगंज कंघी मोहाल के रहने वाले मो. नसीम आरिफ ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। मो. नसीम का आरोप है कि 6 मई को शाम 7 बजे वह वाजिदपुर जाजमऊ स्थित अपने प्लॉट पर था। साथ में दोस्त अकील अहमद खान भी मौजूद था।
इस दौरान जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी निवासी आदिल रसीद, तलाक महल बेकनगंज निवासी शकील बेग, डिफेंस कॉलोनी जाजमऊ निवासी सब्बार हुसैन का भाई और डिफेंस कॉलोनी जाजमऊ निवासी इरफान सोलंकी के चाचा इश्तियाक सोलंकी ने घेर लिया।
आरिफ ने बताया कि विधायक के चाचा ने धमकी देते हुए कहा कि अगर अपनी सलामती चाहते हो तो यह प्लॉट मेरे नाम लिख दो। नहीं तो तुम जान से मार दिए जाओगे। क्योंकि इरफान सोलंकी के चाचा इश्तियाक सोलंकी अभी जिंदा हैं। मामले में तहरीर मिलते ही जाजमऊ थाने की पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इसके साथ ही इश्तियाक सोलंकी का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।
जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि तहरीर के आधार पर इरफान सोलंकी के चाचा समेत चार लोगों पर FIR दर्ज की गई है। दोनों पक्षों को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया है। जांच करके आरोपियों को जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी।
इरफान की पैरवी में जुटे थे चाचा
इरफान के परिजनों की मानें तो इरफान सोलंकी को जेल से बाहर निकालने के लिए उनके चाचा इश्तियाक सोलंकी कड़ी मशक्कत कर रहे हैं। उनका दावा है कि बहुत जल्द ही इरफान सोलंकी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल जाएगी। लेकिन इससे पहले अब पुलिस ने पैरोकारी कर रहे चाचा पर भी FIR दर्ज की है।
अखिलेश के मिलने के दो दिन बाद बदली जेल
इरफान कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट से सपा विधायक हैं। 19 दिसंबर को अखिलेश यादव जेल में इरफान से मिलने पहुंचे थे। इसके 2 दिन बाद 21 दिसंबर को इरफान को कानपुर से महाराजगंज जेल शिफ्ट कर दिया गया। जेल प्रशासन ने सुरक्षा का हवाला देते हुए उन्हें 400 किमी दूर भेज दिया था।