(www.arya-tv.vom) अमेरिका सहित दुनिया के कई देशों में बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगाने का दौर शुरू हो चुका है। कई देशों ने नई रणनीति अपनाई है। बच्चों को कोराेना की दो की जगह एक ही डोज ही लगाई जा रही है। हॉन्गकॉन्ग, ब्रिटेन, नॉर्वे सहित कई देशों ने 12 वर्ष और इससे अधिक उम्र के बच्चों को फाइजर बायोएनटेक की एक ही डोज देने का निर्णय किया है।
डेनमार्क और स्वीडन ने भी बुधवार को ही बच्चों को मॉडर्ना की एक ही डोज देने का निर्णय किया है। डॉक्टरों ने ये निर्णय वैक्सीन की दो डोज के बाद बच्चों में सामने आ रहे मायोकार्डिटिस के साइड इफेक्ट के कारण किया है। मायोकार्डिटिस के कारण बच्चों में दिल में जलन की समस्या सामने आती है। डॉक्टरों का मानना है कि ऐसा एमआरएनए वैक्सीन के दो डोज लगाने के बाद होता है।
अमेरिका की सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार जून के आंकड़ों के अनुसार प्रति एक दस लाख टीकाकृत बच्चों में से मायोकार्डिटिस के 70 केस सामने आए थे। लेकिन इससे वैक्सीन की दोनों डोज के साइड इफेक्ट के बारे में गंभीरता से फैसले करने के बारे में सोचना पड़ा है। अमेरिका में कई अभिभावकों में अपने बच्चों को वैक्सीन लगाने के प्रति झिझक भी है।
इजरायल में सबसे ज्यादा केस, 54 गंभीर में से एक ही मौत
न्यू इंग्लैंड जर्नल के अनुसार इजरायल में मायोकार्डिटिस के सबसे ज्यादा मामले 16 से अधिक आयु के बच्चों में सामने आए हैं। हर एक लाख ऐसे बच्चों में 11 बच्चों में मायोकार्डिटिस के लक्षण सामने आए हैं। इजरायल में 54 ऐसे गंभीर मामले में से एक की मौत हो गई। शोध के अनुसार 16-19 वर्ष के बच्चों में दूसरी डोज बाद एक डोज लगे बच्चों में नौ गुना केस सामने आए।
लड़कों में मायोकार्डिटिस के ज्यादा मामले, दिल पर असर
यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग के डॉ. वैलिड गैलार्ड के अनुसार आंकड़ों के अनुसार मायोकार्डिटिस के मामले दोनों डोज लगने के बाद लड़कों में ज्यादा सामने आए हैं। यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन के डॉ. जेरेमी ब्राउन के अनुसार ऐसा समझा जा रहा है कि मायोकार्डिटिस के कारण बच्चों के दिल पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। लेकिन इस पर फिलहाल और शोध चल रहा है।
अमेरिका में कोरोना के कारण लगभग डेढ़ लाख बच्चे हुए अनाथ
कोरोना के कारण अमेरिका में लगभग डेढ़ लाख बच्चे अनाथ हुए। मेडिकल जर्नल में प्रकाशित लेख के अनुसार अनाथ होने ज्यादत बच्चे अश्वेत और हिस्पैनिक समुदाय के हैं। अधिकारियों का कहना है कि कोरोना काल के दौरान अमेरिका के अनाथालयों में बच्चों में 15 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। कैलिफोर्निया में सबसे ज्यादा बच्चे कोरोना के कारण अनाथ हुए हैं। दूसरे नंबर पर मिसीसिपी है।
