(www.arya-tv.com) अब गैर संचारी रोगियों का भी रिकार्ड रखा जाएगा। यह जिम्मेदारी मेडिकल अफसरों को दी गई है। इसमें हार्ट, कैंसर, डायबिटीज, अल्जाइमर, स्ट्रोक जैसी अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों का एक रिकार्ड बनाया जाएगा। बीपी पासपोर्ट कार्ड के माध्यम से किसी गैर संचारी रोग से ग्रसित व्यक्ति के स्वास्थ्य से संबंधित सभी दस्तावेज़ ऑनलाइन माध्यम से हमेशा सुरक्षित रहेंगे। इससे लाभार्थी अपने स्वास्थ्य से जुड़े सभी प्रकार के रिकॉर्ड को ऑनलाइन कभी भी चेक कर सकता है। इससे चिकित्सक को मरीज के इलाज के रिकार्ड के माध्यम से रोग को समझने में सहूलियत मिलेगी। वहीं मरीज को इलाज से जुड़े रिकार्ड के खो जाने की चिंता न के बराबर रहेगी।
एक्सपर्ट दे रहे हैं प्रशिक्षण
राजकीय हेल्थ स्कूल तेलियरगंज में जिला एनसीडी प्रकोष्ठ के अंतर्गत इंडिया हाइपरटेंशन कंट्रोल इनिशिएटिव कार्यक्रम के तहत जनपद स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हाे रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में गैर-संचारी रोगों पर नियंत्रण एवं NCD पोर्टल पर मरीजों के इलाज का डाटा फीड करने को लेकर सभी ब्लॉक के मेडिकल ऑफिसर को राज्य स्तरीय टीम के द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण में ज्वाइंट डायरेक्टर हेल्थ डॉ. वीके मिश्रा ने समस्त ब्लॉक के स्वास्थ्य केन्द्रों में तैनात चिकित्सकों को गैर संचारी रोगों के जानलेवा प्रभाव के प्रति जनसमुदाय को जागरूक करने को कहा।
डेटा अपलोड करने की दी गई जानकारी
एनसीडी पोर्टल में पंजीकरण एवं डेटा अपलोड करने से संबंधित तकनीकी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में डॉ वीके मिश्रा ने विस्तार से बात रखते हुए सभी मेडिकल ऑफिसर को गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) में विशेषकर कैंसर, मधुमेह, सीवीडी और आघात की रोकथाम और नियंत्रण के साथ ही समुदाय के हर लिंग एवं तबके को किस प्रकार गैर संचारी रोगों के प्रति जागरूक किया जाए व रोगों के शुरुआती लक्षण की पहचान समय पर कैसे की जाए इस विषय पर समझाया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में नोडल डॉ. राजेश सिंह, जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के जिला सलाहकार डॉ. शैलेश मौर्या, सोशल वर्कर सुमनलता त्रिपाठी, राजेश कुमार समेत अन्य रहे।