(www.arya-tv.com) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI ने 30 मई को अपनी एनुअल रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक RBI ने वित्त वर्ष 2023-24 में GDP ग्रोथ 6.5% रहने के अनुमान को बरकरार रखा है। अपनी एनुअल रिपोर्ट में RBI ने कहा है कि देश में महंगाई का खतरा कम हुआ है। 2023-24 में महंगाई का अनुमान 5.2% पर बरकरार रखा है।
सामान्य मानसून से कम होगी महंगाई
रिपोर्ट के मुताबिक अगर इस साल देश में सामान्य मानसून रहता है और अगर अल नीनो घटना नहीं होती है तो 2023-24 में महंगाई से राहत मिलने की उम्मीद है। 2023-24 में थोक महंगाई दर के घटकर 5.2% रहने का अनुमान है, जो बीते वित्त वर्ष में 6.7% थी।
अल नीनो एक जलवायु पैटर्न है। इसमें समुद्र का तापमान 3 से 4 डिग्री बढ़ जाता है। इसके प्रभाव से ज्यादा बारिश वाले क्षेत्र में कम और कम बारिश वाले क्षेत्र में ज्यादा बारिश होती है। भारत में “अल नीनो” के कारण मानसून अक्सर कमजोर होता है। जिससे सूखे की स्थिति निर्मित होती है।
बाजार में 500 रुपए के नकली नोट 14% बढ़े
रिपोर्ट में RBI ने बताया कि वित्त वर्ष 2022-23 में 500 रुपए के 91,110 नकली नोटों (मूल्य 4.5 करोड़ रुपए) का पता चला। ये पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 14.4% ज्यादा हैं। वहीं 2022-23 के दौरान 2,000 रुपए के 9,806 नकली नोट ।(मूल्य 1.96 करोड़ रुपए) मिले। इस दौरान 78,699 नकली 100 रुपए के नोट (मूल्य 78 लाख रुपए) और 27,258 नकली 200 रुपए के नोट (मूल्य 54 लाख रुपए) भी पाए गए।
2022-23 में कुल 2.25 लाख नकली नोट पकड़े गए। इनका मूल्य 7.9 करोड़ रुपए है। मालूम हो, 2016-17 में नोटबंदी के वक्त कुल 7.62 लाख नकली नोट (मूल्य 43.29 करोड़ रुपए) पकड़े गए थे। इनमें 500 रुपए के नकली नोट 3.17 लाख (मूल्य 15.87 करोड़ रुपए) थे।
33.48 लाख करोड़ रुपए चलन में, 2,086 लाख करोड़ डिजिटल पेमेंट
- 2022-23 में 1.36 लाख करोड़ (33.48 लाख करोड़ रुपए) के नोट चलन में थे। 2021-22 में यह संख्या 1.30 लाख करोड़ (31.05 लाख करोड़ रुपए) थे। यानी नकदी 4.4% बढ़ी।
- 2022-23 में 2,086 लाख करोड़ रुपए के डिजिटल पेमेंट हुए। 2021-22 में राशि 1,744 लाख करोड़ रुपए थी। डिजिटल पेमेंट 19.61% बढ़ा।
- क्रेडिट कार्ड से पेमेंट 47% ज्यादा हुए, जबकि डेबिट कार्ड पेमेंट 1.3% कम हुए।
डिजिटल रुपी का होगा विस्तार
RBI ने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बने रहने से विदेशी निवेशकों (FPI) का भरतीय बाजार में निवेश में उतार चढ़ाव देखा जा सकता है। RBI ने कहा कि वह पायलट प्रोजेक्ट के रूप में रही डिजिटल रुपी (CBDC) के पायलट प्रोजेक्ट का विस्तार करेगी। RBI ने इसके बीते साल 1 दिसंबर को रिटेल डिजिटल रुपी (e-rupee) के पायलट प्रोजेक्ट को लॉन्च लिया था।