ARYA-TV DESK:LUCKNOW
reporter shivam
अपने देश के हालातों के कारण मजबूरी में अपना वतन छोड़ आए एक शरणार्थी से आप क्या उम्मीद करते हैं, कि वो एक दिन क्रिकेट में नामचीन खिलाड़ी बनेगा?
अफ़ग़ानिस्तान के खिलाड़ी राशिद ख़ान ने भारत में सिखा प्यार करना ये कहानी इस सवाल का जवाब देती है.
20 सितंबर 1998 में अफ़ग़ानिस्तान के ननगरहार प्रांत के जलालाबाद में जन्में राशिद ख़ान का बचपन आतंकवाद के खौफ़ में बीता रहा था ना जाने अगला समय किस वक्त मौत की गोद मे हो रशिद खान ने अपने जीवन में किर्केट तक केसे किया सफर,
और अफ़ग़ानिस्तान टीम के किर्केट खिलाडी राशिद ख़ान ही नहीं बल्कि कई खिलाड़ियों की कहानी प्यार मे शुरू हई है.
पाकिस्तान के पेशावर के पास बने शरणार्थी शिवरों में रहने वाले कई अफ़ग़ानियों ने हाथ में बल्ला और गेंद उठाने का फ़ैसला किया और फिर एक इतिहास रचने चल पड़े.