अयोध्या को एक और सौगात… 5 रूटों पर चलेंगी अलग-अलग रंग की ई-बसें, आराम से होंगे रामलला के दर्शन

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(www.arya-tv.com) अयोध्या: रामलला अयोध्या के भव्‍य राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को विराजमान होने जा रहे हैं. इस बीच यूपी की योगी सरकार अयोध्यावासी समेत अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को एक और सौगात दी है. आपको अयोध्‍या में मठ मंदिरों में दर्शन पूजन के दौरान कोई परेशानी न हो, इसलिए ई-बसें चलाए जाने की योजना है. इतना ही नहीं, अयोध्या धाम में ई-बसें और ई ऑटो का संचालन शुरू कर दिया गया है. अयोध्या के अलग-अलग रास्तों पर अलग-अलग रंग की ई-बसें चलाई जाएंगी.

बता दें कि बीते दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में अयोध्या धाम बस स्टेशन पहुंच कर 50 ई-बसों और 25 ई-ऑटो रिक्शा का शुभारंभ किया था. अब अयोध्या धाम को इको फ्रेंडली बनाने के लिए एक अध्याय और जुड़ गया है. इन बसों में सुरक्षा के लिहाज से अत्याधुनिक सुविधाओं से भी लैस किया गया है. बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, तो 112 पुलिस हेल्पलाइन नंबर भी अंकित किया गया है.

केसरिया रंग का बस
धर्मानगरी अयोध्या के पांच अलग-अलग मार्गों पर अलग-अलग रंग के ई-बसें चलेंगी, जिसमें महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट से बसों का संचालन शुरू किया जाएगा. हरे रंग की बस अयोध्या कैंट से बारुन बाजार तक चलेगी, तो पीले रंग की बस अयोध्या धाम, कटरा, सहादतगंज रामपथ पर चलेगी. इसका स्टॉपेज लता मंगेशकर चौक, कटरा ,श्री राम मंदिर, अमीनागंज और बस स्टेशन अयोध्या तक रहेगा, तो दूसरी तरफ केसरिया रंग की बस पूरा बाजार से रेलवे स्टेशन कैंट तक चलेगी. इसके स्टॉपेज सूर्यकुंड, दर्शन नगर ,पूरा बाजार, देवकाली बाईपास नाका, आरटीओ ऑफिस और रेलवे स्टेशन होगा. इसके अलावा लाल रंग सलालपुर से अयोध्या धाम तक चलेगी, जो कि सहादतगंज बस स्टेशन अयोध्या, अमीनागंज, टेढ़ी बाजार , लता मंगेशकर चौक और अयोध्या धाम पर रुकेगी. वहीं, बैंगनी कलर की बस भरत कुंड से अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन तक चलेगी. इसके स्टॉपेज देवकली नाका, पुलिस लाइन, मकबरा मसौदा और भरत कुंड होगा.

22 स्थान पर बने स्‍टॉपेज
अयोध्‍या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि आज से 100 इलेक्ट्रॉनिक बस अयोध्या की सड़कों पर चलेंगी. रामपथ पर 22 स्थान पर इसके स्टॉप बनाए गए हैं. रामनगरी इको फ्रेंडली हो इसका ख्याल रखा जा रहा है. बस स्टॉप पर रामायण कालीन दृश्य लगाए गए हैं. इतना ही नहीं अलग-अलग सड़कों पर चलने के लिए अलग-अलग बसों को रंगा भी गया है.