(www.arya-tv.com) अयोध्या: ‘प्रबिसी नगर कीजे सब काजा, हृदय राखीएं कौशलपुर राजा’ गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित रामचरित्र मानस की यह चौपाई इन दिनों अयोध्या में साकार होती दिख रही है. अयोध्या के चारों तरफ राममय वातावरण है. 22 जनवरी को प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होंगे. तो प्रभु राम के विराजमान होने से पहले पूरी राम की नगरी अयोध्या को त्रेता की तरह सजाया जा रहा है. 22 जनवरी को प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होंगे. प्रभु राम के विराजमान होने का अनुष्ठान काशी के वैदिक विद्वान करेंगे. यजमान की भूमिका में पीएम मोदी होंगे. तो वही राम मंदिर ट्रस्ट 10000 ऐसे वीवीआईपी मेहमानों को भी प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया है. जिसमें लगभग 4000 संत के अलावा खेल जगत कला जगत के साथ विभिन्न क्षेत्रों के महानुभाव लोग शामिल हैं.
इसी बीच मिली जानकारी के मुताबिक राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दिन गर्भ ग्रह में केवल पांच लोग ही सम्मिलित होंगे. जिसमें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संघ प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास शामिल हो सकते हैं. इतना ही नहीं 17 जनवरी से प्रभु राम के प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू होगा और यह अनुष्ठान 5 दिन चलेगा 5 दिन के बाद 22 जनवरी को दोपहर 12:45 के बीच रामलला अपने भव्य महल में विराजमान होंगे
5 लोग प्रभु राम की पहली आरती उतारेंगे
प्राण प्रतिष्ठा के बाद गर्भ ग्रह में मौजूद पांच लोग प्रभु राम की पहली आरती उतरेंगे. जिसमें यजमान की भूमिका में प्रधानमंत्री मोदी नजर आएंगे. इतना ही नहीं प्राण प्रतिष्ठा के दिन गर्भ गृह में पहुंचने के लिए आचार्य की टीम भी बनाई गई है. मिली जानकारी के मुताबिक पहली टीम में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी होंगे तो दूसरी टीम काशी कामकोटी पीठ के शंकराचार्य विजेंद्र सरस्वती के नेतृत्व में अनुष्ठान कराएंगी और तीसरी टीम में काशी के 21 विद्वान होंगे.